Karma Puja 2022 Date: भाइयों की लंबी आयु, सुख-समृद्धि की कामना के साथ शुरू हुआ 6 दिवसीय करम महोत्सव
Karma Puja 2022 Date: कुंवारी कन्याओं ने नदी में स्नान कर पारंपरिक परिधानों को धारण किया और सात डलिया में नदी घाट के पवित्र बालू को भरा. यहां से सभी भालूबासा स्थित श्रीश्री राधा कृष्ण गौरी शंकर मंदिर प्रांगण में स्थित कर्मा (करमा) अखाड़ा की पूजा बेदी के समक्ष पहुंचीं.
Karma Puja 2022 Date: पूर्वी सिंहभूम के जिला मुख्यालय जमशेदपुर के भालूबासा की श्रीश्री भादो एकादशी करमा पूजा एवं नुआखाइ समिति ने भुइयांडीह स्थित सुवर्णरेखा नदी से गुरुवार को बालू उठाकर करम महोत्सव की शुरुआत की. भादो एकादशी कर्मा पूजा के अवसर पर पहले दिन श्रद्धालु अपने-अपने घरों में विधिपूर्वक पूजा अनुष्ठान के बाद नये अनाज का पकवान एवं प्रसाद ग्रहण करते हैं. इसके उपरांत शाम में निर्जला उपवास रखने वाली कुंवारी कन्याओं द्वारा भाइयों की लंबी आयु, सुख- समृद्धि की विशेष कामना की जाती है.
सात डलिया में भरा नदी का पवित्र बालू
इस क्रम में शहर में प्रवाहित होने वाली पवित्र नदी सुवर्णरेखा के भुइयांडीह घाट पहुंच कर समाज के देवरी द्वारा विधिवत पूजा अनुष्ठान कराया गया. यहां कुंवारी कन्याओं ने नदी में स्नान कर पारंपरिक परिधानों को धारण किया और सात डलिया में नदी घाट के पवित्र बालू को भरा. यहां से सभी भालूबासा स्थित श्रीश्री राधा कृष्ण गौरी शंकर मंदिर प्रांगण में स्थित कर्मा (करमा) अखाड़ा की पूजा बेदी के समक्ष पहुंचीं.
बालू में 7 प्रकार के बीज स्थापित किये गये
पुजारी देवरी गणेश सागर ने नदी घाट से पवित्र डलिया में लाये गये बालू में मंत्रों से सात प्रकार के अनाजों के बीजों को स्थापित किया. इस दौरान पुजारी एवं कुंवारी कन्याओं ने विधिपूर्वक करमा अखाड़ा के समक्ष पारंपरिक अनुष्ठानों को श्रद्धालु महिलाओं की उपस्थिति में पूरा किया. इसके साथ ही विधिवत रूप से करमा पूजा का शुभारंभ हो गया. करमा महोत्सव लगातार छह दिनों तक निरंतर जारी रहेगा. प्रतिदिन बेदी के समक्ष विधिवत पूजा अनुष्ठान निरंतर जारी रहेंगे.
आयोजन में इनकी थी अहम भूमिका
कार्यक्रम का नेतृत्व आयोजन समिति के अध्यक्ष नर दीप मुखी नाग, टीके लाल मुखी, जगन्नाथ बेहरा, देवचरण सागर, सुशील कुमार मुखी, शंभू मुखी डूंगरी ने किया. आयोजन को सफल बनाने में सुभाष मुखी, सुरेश्वर सागर, विनोद सागर, आकाश सोना, अमित मचखंड, सरजू मुखी, विजय बाग, सनी दीप नाग, अमरदीप नाग, पिंटू मुखी, शंकर सागर, रुकमणी देवी, उरकुली देवी समेत काफी संख्या में आयोजन समिति के सदस्य व बस्ती के श्रद्धालु अनुष्ठान को पूरा करने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान कर रहे हैं.