पांचवीं अनुसूची के प्रावधान सख्ती से लागू हो ( फोटो मनमोहन-1)
पांचवीं अनुसूची के प्रावधान सख्ती से लागू हो ( फाेटो मनमोहन-1)मांझी परगना महाल ने डीसी कार्यालय पर किया प्रदर्शन (फ्लैग)संवाददाता, जमशेदपुर मांझी परगना महाल के सदस्यों ने मंगलवार को डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन कर डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा. पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे सदस्यों ने ज्ञापन में […]
पांचवीं अनुसूची के प्रावधान सख्ती से लागू हो ( फाेटो मनमोहन-1)मांझी परगना महाल ने डीसी कार्यालय पर किया प्रदर्शन (फ्लैग)संवाददाता, जमशेदपुर मांझी परगना महाल के सदस्यों ने मंगलवार को डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन कर डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा. पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे सदस्यों ने ज्ञापन में कई मांगें रखी है. मुख्य मांग: संविधान में पांचवी अनुसूचित क्षेत्र के अनुच्छेद (244) (1)के प्रावधानों, ग्राम सभा के अधिकार, शक्तियों को सख्ती से लागू किया जाये, भू-अर्जन के पूर्व ग्रामसभाओं से परामर्श लिया जाये, अनुसूचित क्षेत्रों में राज्यपाल की लोक अधिसूचना के बिना ग्रामसभा के अनुमति से बनाये गये सीआरपीएफ कैंपों को हटाना, अनुसूचित क्षेत्रों में खनिज संपदा का लीज आदिवासियों की सहकारिता समिति को देना, सरना को धर्म कोड के रूप में मान्यता देना, पेसा कानून 1996, सीएनटी एक्ट 1908, एसपीटीएक्ट, अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम को सख्ती से लागू किया जाये. प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे : जुगसलाई तरफ परगना के दशमत हांसदा, दुर्गाचरण मुर्मू, मुनिराम मार्डी, सुखराम किस्कू, जय शंकर टुडू, लखन सोरेन, सालखू सोरेन, वीर सिंह बास्के, रमेश मुर्मू, सेनबासु हांसदा, मधु सोरेन आदि .