असलम बद्र की दो किताबों की रूनुमाई
असलम बद्र की दो किताबों की रूनुमाई(फोटो दुबे जी की होगी)‘बूंद और समुंदर’ तथा ‘आसार ओ अनवार’ हैं पुस्तकेंवक्ताओं ने की दोनों पुस्तकों एवं शायर दोनों की प्रशंसाजमशेदपुर नगर के प्रसिद्ध उर्दू साहित्यकार असलम बद्र की दो महत्वपूर्ण पुस्तकों, ‘बूंद और समुंदर’ तथा ‘आसार ओ अनवार’ का गोलमुरी स्थित राबिया एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी […]
असलम बद्र की दो किताबों की रूनुमाई(फोटो दुबे जी की होगी)‘बूंद और समुंदर’ तथा ‘आसार ओ अनवार’ हैं पुस्तकेंवक्ताओं ने की दोनों पुस्तकों एवं शायर दोनों की प्रशंसाजमशेदपुर नगर के प्रसिद्ध उर्दू साहित्यकार असलम बद्र की दो महत्वपूर्ण पुस्तकों, ‘बूंद और समुंदर’ तथा ‘आसार ओ अनवार’ का गोलमुरी स्थित राबिया एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में आयोजित ‘रस्मे रूनुमाई’ (अनावरण समारोह) में बाकायदा अनावरण हुआ. धनबाद से आये प्रसिद्ध उर्दू प्रेमी डॉ जोगिंदर सिंह, सैयद रजा अहमद रिजवी छब्बन, करीमसिटी कॉलेज के उर्दू के प्राध्यापक सैयद अहमद शमीम तथा अन्य अतिथियों ने दोनों किताबों का विमोचन किया. समारोह को संबोधित करते हुए करीमसिटी कॉलेज के प्राध्यापक एवं प्रसिद्ध शायर डॉ अहमद बद्र ने दोनों पुस्तकों एवं उनकी खुसूसियतों का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि असलम बद्र शुरू में रोमानी एवं प्रतिक्रिया वाले शायर थे, किन्तु इन दोनों किताबों के पढ़ने के बाद यह कहा जा सकता है कि शायर अब बाहरी दुनिया से अपनी ओर मुड़ा है और अपने अंतर को अभिव्यक्त कर रहा है. उन्होंने बूंद और समंदर तथा आसार ओ अनवार दोनों पुस्तकों को एक ही भावभूमि पर अवस्थित करार देते हुए उन्हें उर्दू जगत के लिए अहम बताया. इसी तरह प्रो शमीम ने भी असलम बद्र की दोनों पुस्तकों की प्रशंसा की. समारोह को स्वयं शायर असलम बद्र, एसआरए रिजवी छब्बन एवं समारोह की सरदारत कर रहे जोगेंदर सिंह ने भी संबोधित किया. समारोह में नगर के अनेक जाने माने उर्दू सेवियों एवं उसके प्रेमियों ने शिरकत की.