साहित्य से होती है समाज की पहचान

जमशेदपुर: करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज परिसर में द्वितीय मेगा ट्राइबल बुक फेयर का शुक्रवार को शुभारंभ हुआ. मुख्य अतिथि सांसद डा. अजय कुमार व एलबीएसएम कॉलेज के पूर्व प्राचार्य दिगंबर हांसदा, एलबीएसएम कॉलेज के प्राचार्य एके वर्मा ने फीता काट कर व दीप प्रज्वलित कर बुक फेयर का उद्घाटन किया. मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2013 10:37 AM

जमशेदपुर: करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज परिसर में द्वितीय मेगा ट्राइबल बुक फेयर का शुक्रवार को शुभारंभ हुआ. मुख्य अतिथि सांसद डा. अजय कुमार व एलबीएसएम कॉलेज के पूर्व प्राचार्य दिगंबर हांसदा, एलबीएसएम कॉलेज के प्राचार्य एके वर्मा ने फीता काट कर व दीप प्रज्वलित कर बुक फेयर का उद्घाटन किया. मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि साहित्य समाज का आइना होता है. साहित्य को देख कर ही विकसित व विकासशील समाज की पहचान हो जाती है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की वर्तमान शैक्षणिक स्थिति से संतुष्ट नहीं हुआ जा सकता.

घर-घर में शिक्षा का दीप जलाने की जरूरत है. तीन दिवसीय पुस्तक मेले का समापन रविवार को होगा. पुस्तक मेले का आयोजन ऑल इंडिया ट्राइबल बुक सेलर्स एसोसिएशन एंड पब्लिशर्स फोरम द्वारा किया जा रहा है. पुस्तक मेले में दिल्ली, झाड़ग्राम, कोलकाता समेत अन्य जगहों से 45 प्रकाशक आये हुए हैं. मेले में संताली के जेपीएससी, यूपीएससी व मैट्रिक, इंटर, स्नातक की सभी पुस्तकें उपलब्ध हैं. मंगल माझी, श्याम सी टुडू, राजू पुस्तक मेले को सफल बनाने में योगदान दे रहे हैं.

पारंपरिक वस्तुओं की लगी है प्रदर्शनी
मेले में वाद्ययंत्र व पारंपरिक हथियारों के स्टॉल आकर्षक का केंद्र बना हुआ है. जिसमें पारंपरिक हथियार में तीर-धनुष, फरसा व वाद्ययंत्र में मांदर, झादुर, बानाम, चोड़चोड़ी, पारंपरिक वस्त्र में पेंणों लुगड़ी झल साड़ी, फूटा काचा व जाकिट, जड़ी-बूटी आदि की प्रदर्शनी व सेल लगी है.

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