एनपीआर कार्य में लगे शक्षिकों को वेतन की चिंता
एनपीआर कार्य में लगे शिक्षकों को वेतन की चिंता-जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय या जिला प्रशासन की ओर से निर्गत नहीं किया गया है पत्र -अक्षेस द्वारा निर्गत पत्र के आधार पर कर रहे एनपीआर का कार्य -एनपीआर कार्य में लगे होने के कारण शिक्षक नहीं जा पा रहे हैं विद्यालय वरीय संवाददाता, जमशेदपुरएनपीआर (राष्ट्रीय जनसंख्या […]
एनपीआर कार्य में लगे शिक्षकों को वेतन की चिंता-जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय या जिला प्रशासन की ओर से निर्गत नहीं किया गया है पत्र -अक्षेस द्वारा निर्गत पत्र के आधार पर कर रहे एनपीआर का कार्य -एनपीआर कार्य में लगे होने के कारण शिक्षक नहीं जा पा रहे हैं विद्यालय वरीय संवाददाता, जमशेदपुरएनपीआर (राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर) कार्य में लगाये गये सरकारी शिक्षकों को अब अपने वेतन की चिंता सताने लगी है. शिक्षकों की मानें तो एनपीआर कार्य के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय या जिला प्रशासन की ओर से कोई पत्र निर्गत नहीं किया गया है. प्रशिक्षण के संबंध में केवल अक्षेस द्वारा एकमात्र पत्र निर्गत किया गया था, जिसके माध्यम से उन्हें 15 अक्तूबर को एनपीआर प्रशिक्षण में शामिल होने को कहा गया था. प्रशिक्षण के बाद सामग्री देकर उन्हें एनपीआर कार्य में लगा दिया गया. एनपीआर कार्य के संबंध में न तो संबंधित विद्यालय और न ही उन्हें कोई पत्र निर्गत हुआ है. एनपीआर कार्य में लगे होने के कारण वे विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं. इस कारण उपस्थिति नहीं बन रही है. वहीं जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय की ओर से बताया गया है कि इस संबंध में उसे जानकारी नहीं है.कोट- एनपीआर कार्य पांच-सात दिनों का था. इस कार्य को लेकर शिक्षकों की उपस्थिति या वेतन से संबंधित कोई समस्या है, तो मुझे अब तक इसकी जानकारी नहीं मिली है.-इंद्र भूषण सिंह, जिला शिक्षा अधीक्षक————————– जमशेदपुर अक्षेस, मानगो अक्षेस व प्रखंडों में मौखिक आदेश से एनपीआर का कार्य कराया जा रहा है. संबंधित अक्षेस व प्रखंड शिक्षकों की उपस्थित विवरणी दें. साथ ही यह भी स्पष्ट करें कि शिक्षकों से यह कार्य कब तक कराया जायेगा, ताकि उन्हें वेतन भुगतान हो सके.सुनील कुमार, प्रदेश सलाहकार परिषद् सदस्य, अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ\\\\B