राग हंसध्वनि की स्वर लहरियों पर झूमे श्रोता

राग हंसध्वनि की स्वर लहरियों पर झूमे श्रोता (फोटो रिषी 10 ,11सीगीत मंच का 19वां वार्षिक संगीत सम्मेलनलाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुरबिष्टुपुर स्थित माइकल जॉन प्रेक्षागृह में आयोजित संगीत मंच का 19वां वार्षिक संगीत सम्मेलन स्थानीय कलाकार देवार्घ रॉय के सधे गायन व कोलकाता से आये अर्णव भट्टाचार्य के सरोद से निकली स्वर लहरियों में सराबोर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2015 10:10 PM

राग हंसध्वनि की स्वर लहरियों पर झूमे श्रोता (फोटो रिषी 10 ,11सीगीत मंच का 19वां वार्षिक संगीत सम्मेलनलाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुरबिष्टुपुर स्थित माइकल जॉन प्रेक्षागृह में आयोजित संगीत मंच का 19वां वार्षिक संगीत सम्मेलन स्थानीय कलाकार देवार्घ रॉय के सधे गायन व कोलकाता से आये अर्णव भट्टाचार्य के सरोद से निकली स्वर लहरियों में सराबोर हो उठा. वर्ष 1997 में संगीत के उत्थान के लिए स्थापित संगीत मंच के इस वार्षिक सुरीले आयोजन की शुरुआत कोलकाता के अर्णव भट्टाचार्य द्वारा सरोद पर राग झिंझोटी में आलाप, जोड़ व झाला के साथ हुआ. तबले पर विलंबित एक ताल व द्रुत तीन ताल में कोलकाता के सुदीप चटर्जी ने उनकी संगत की. स्थानीय कलाकार देवार्घ रॉय ने गायन की शुरुआत राग पुरिया में गायन के साथ की. विलंबित एक ताल एवं द्रुत तीन ताल में प्रस्तुत बंदिश में उनका तबले पर कार्तिक कर्मकार व हारमोनियम पर सुवेंदु राय चौधरी ने साथ दिया. उन्होंने बाद में राग हंसध्वनि में भी एक बंदिश प्रस्तुत की, जिसे श्रोताओं ने खूब पसंद किया. आयोजन में संस्था के महासचिव महावीर प्रसाद, असीम दे (नेपू), सुभाष बोस आदि पदाधिकारियों व सदस्यों ने अहम भूमिका अदा की.

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