शिकायत रद्द, यासमीन की उम्मीदवारी बची
जमशेदपुर: जमशेदपुर प्रखंड अंतर्गत जिला परिषद की सात सीटों की सोमवार को एडीसी सह निर्वाची पदाधिकारी सुनील कुमार के कार्यालय में स्क्रूटनी हुई. पहले दिन जमशेदपुर- 4 से जयंती देवी का नामांकन रद्द किया गया था. सोमवार को शेष सभी दावेदारों का नामांकन सही पाया गया. अब सात सीटों पर जिला परिषद सदस्य के 105 […]
जमशेदपुर: जमशेदपुर प्रखंड अंतर्गत जिला परिषद की सात सीटों की सोमवार को एडीसी सह निर्वाची पदाधिकारी सुनील कुमार के कार्यालय में स्क्रूटनी हुई. पहले दिन जमशेदपुर- 4 से जयंती देवी का नामांकन रद्द किया गया था. सोमवार को शेष सभी दावेदारों का नामांकन सही पाया गया. अब सात सीटों पर जिला परिषद सदस्य के 105 उम्मीदवार रह गये हैं. नाम वापसी 24 एवं 26 को तथा चुनाव चिह्न का आवंटन 27 नवंबर को होगा. चुनाव चिह्न लेने के लिए प्रत्याशी को या प्रत्याशी द्वारा अधिकृत प्रस्तावक को आना होगा.
याचिकाकर्ता शगुफ्ता नाज की याचिका खारिज : यासमीन परवीन के मामले में जांच-पड़ताल के बाद निर्वाची पदाधिकारी सुनील कुमार ने याचिकाकर्ता शगुफ्ता नाज की शिकायत को खारिज कर दिया. इस प्रकार अब जमशेदपुर- 5 से नामांकन करने वाली बारीनगर की यासमीन परवीन की उम्मीदवारी बच गयी. उसी सीट की दूसरी प्रत्याशी शगुफ्ता नाज ने निर्वाची पदाधिकारी से शिकायत की थी कि यासमीन परवीन टाटा मोटर्स के परिवार कल्याण संस्थान में काम करती है.
संस्थान को सिविल सर्जन कार्यालय से अनुदान मिलता है जिसके आधार पर यासमीन परवीन अर्द्ध सरकारी कर्मचारी है अौर उसका नामांकन गैर कानूनी है. निर्वाची पदाधिकारी ने यासमीन परवीन को सोमवार को दस्तावेज के साथ पक्ष रखना का मौका दिया था. यासमीन परवीन ने अपना नियुक्ति पत्र, वेतन स्लीप समेत अन्य कागजात दिया अौर बताया कि वह टाटा मोटर्स के परिवार कल्याण संस्थान की कर्मचारी है जो सरकारी- अर्द्ध सरकारी संस्थान नहीं है. शिकायत कर्ता शगुफ्ता नाज लगाये गये आरोप के पक्ष में साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पायीं जिसके आधार पर शिकायत को रद्द कर दिया गया.
गलत शिकायत की गयी थी : यासमीन
यासमीन परवीन ने कहा कि उसके खिलाफ गलत शिकायत की गयी थी. वह वर्षों से परिवार कल्याण संस्थान में काम कर रही है जो सरकारी या अर्द्ध सरकारी संस्थान नहीं है.