केनो आमाय पागोल कोरे जास…

केनो अामाय पागोल कोरे जास… फ्लैग:::: घंटे की गूंज के साथ 31वें बुक फेयर का समापन लाइफ रिपोर्टर @जमशेदपुररवींद्र भवन परिसर में चल रहे बुक फेयर का समापन रविवार की रात घंटे की आवाज के साथ हो गया. इस दौरान दुकानदारों के साथ-साथ आयोजक और खरीदार सभी भावुक हो उठे. जबरदस्त आतिशबाजी के बीच गुब्बारे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2015 10:42 PM

केनो अामाय पागोल कोरे जास… फ्लैग:::: घंटे की गूंज के साथ 31वें बुक फेयर का समापन लाइफ रिपोर्टर @जमशेदपुररवींद्र भवन परिसर में चल रहे बुक फेयर का समापन रविवार की रात घंटे की आवाज के साथ हो गया. इस दौरान दुकानदारों के साथ-साथ आयोजक और खरीदार सभी भावुक हो उठे. जबरदस्त आतिशबाजी के बीच गुब्बारे छोड़े गये. आयोजकों ने बुक फेयर में खरीद-बिक्री का ब्योरा प्रस्तुत किया और विरह के गीत भी गाये गये. जैसे ही रात के 9 बजे बुक फेयर में मौजूद तमाम लोग स्टेज के पास आ गये. सोसायटी के सदस्यों द्वारा ‘केनो अामाय पागोल कोरे जास…’ गीत प्रस्तुत किया गया. टैगोर सोसायटी के सदस्यों के साथ बुक फेयर में आये स्टॉलधारकों ने अपने अनुभव साझा किये. टैगोर सोसायटी के प्रसिडेंट एचएस पॉल ने कहा कि 10 दिन पहले शुरु किया गया बुक फेयर काफी रोमांचक व उपयोगी रहा. किताबें ज्ञान का भंडार हैं. किताबों के प्रति शहरवासियों की बढ़ती दिलचस्पी सराहनीय है. प्रकाशकों को इसके लिए साधुवाद है. जनरल सेक्रेटरी आशीष चौधरी ने कहा कि टिकट बिक्री के पहले दिन को छोड़ दिया जाये, तो इतने दिनों में कुल टिकटों की बिक्री 50 हजार 500 हुई. स्टॉल धारकों से बात के आधार पर इस साल कुल बिजनेस करीब 92 लाख है. इस साल भी बुक फेयर का रेस्पांस अच्छा रहा. बुक फेयर 2015आयोजन : नवंबर 20-29 नवंबरटिकटों की बिक्री : 50 हजार 500 कारोबार : 92 लाख रुपये

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