सर्दियों में कान बहने का खतरा रहता है ज्यादा
सर्दियों में कान बहने का खतरा रहता है ज्यादा फोटो है.डॉ आलोक कुमार, इएनटी स्पेशलिस्ट सर्दियों के दिनों में सीएसओएम (क्रानिक सपोरेटिव ओटाइटिस मीडिया) व कान बहने जैसी बीमारियां हो सकती हैं. इसकी आशंका उन लोगों में ज्यादा होती है, जो पहले कभी इस बीमारी से पीड़ित होते हैं. पहली बार कान बहने जैसी शिकायत […]
सर्दियों में कान बहने का खतरा रहता है ज्यादा फोटो है.डॉ आलोक कुमार, इएनटी स्पेशलिस्ट सर्दियों के दिनों में सीएसओएम (क्रानिक सपोरेटिव ओटाइटिस मीडिया) व कान बहने जैसी बीमारियां हो सकती हैं. इसकी आशंका उन लोगों में ज्यादा होती है, जो पहले कभी इस बीमारी से पीड़ित होते हैं. पहली बार कान बहने जैसी शिकायत को एएसओएम ( एक्यूट सपोरेटिव ओटाइटिस मीडिया) कहा जाता है. ऐसा सर्दी लगने के कारण होता है, जो आजकल के मौसम में आम है. कोल्ड एक्सपोजर ज्यादा होने के कारण यह बीमारी होती है. इसमें मरीज को कान में दर्द, पानी निकलना, मवाद निकलना, भारीपन व सुनने में दिक्कत होती है. इस प्रकार के लक्षण दिखायी देने पर डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए. इससे बचने के लिए ठंड को दूर रखें, कान में पानी व तेल न डालें, तालाब व पोखर में न नहाएं, सर्दी होने पर एक नाक बंद कर दूसरी से छींकें. दोनों नाक से छींकने के कारण सर्दी कान में चली जाती है. यह स्थिति घातक हो सकती है. बीमारी : कान बहना. लक्षण : कान दर्द, पानी निकलना, मवाद निकलना, भारीपन व सुनने में दिक्कत. बचाव : सर्दी से बचें, कान में पानी व तेल न डालें, तालाब-पोखर में न नहायें.