पुरानी शर्तों पर शक्षिकों ने किया योगदान (फोटो : हैरी-6)

पुरानी शर्तों पर शिक्षकों ने किया योगदान (फोटो : हैरी-6)कोल्हान विश्वविद्यालय बीएड-एमएड के नये सत्र की शुरुआत (फ्लैग)वरीय संवाददाता, जमशेदपुरकोल्हान विश्वविद्यालय में मंगलवार को बीएड-एमएड के नये सत्र की शुरुआत हुई. विश्वविद्यालय के मौखिक आदेश पर पुराने अनुबंध की शर्तों पर शिक्षकों ने संबंधित कॉलेजों में योगदान किया. इसके साथ ही अधिकांश कॉलेजों में इंडक्शन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2015 6:53 PM

पुरानी शर्तों पर शिक्षकों ने किया योगदान (फोटो : हैरी-6)कोल्हान विश्वविद्यालय बीएड-एमएड के नये सत्र की शुरुआत (फ्लैग)वरीय संवाददाता, जमशेदपुरकोल्हान विश्वविद्यालय में मंगलवार को बीएड-एमएड के नये सत्र की शुरुआत हुई. विश्वविद्यालय के मौखिक आदेश पर पुराने अनुबंध की शर्तों पर शिक्षकों ने संबंधित कॉलेजों में योगदान किया. इसके साथ ही अधिकांश कॉलेजों में इंडक्शन कक्षाएं हुईं. शिक्षकों को अभी विश्वविद्यालय की ओर से नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है. अत: उन्होंने कॉलेजों में योगदान से संबंधित आवेदन व पिछले वर्ष की नियुक्ति से संबंधित कागजात की छायाप्रति दी. आवेदन में स्पष्ट किया है कि वे सत्र 2014-15 में अनुबंध पर कार्यरत थे. नये सत्र में वे पुरानी शर्तों पर योगदान कर रहे हैं.अधिकतर शिक्षकों ने किया योगदानशहर स्थित के वीमेंस व ग्रेजुएट कॉलेज के बीएड व एमएड में कुछेक को छोड़ सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने योगदान कर दिया, जबकि को-ऑपरेटिव कॉलेज में चार शिक्षकों ने योगदान किया.नहीं मिल सकेगा नया वेतनचूंकि शिक्षकों ने पुरानी शर्तों पर योगदान किया है, इसलिए उन्हें नवनिर्धारित वेतन का लाभ नहीं मिल सकेगा. शिक्षकों ने बताया कि उन्हें 3300 रुपये का नुकसान हुआ है. नये वेतन के अनुसार बीएड में असिस्टेंट व एसोसिएट प्रोफेसर को 30 हजार और हेड को 40 हजार रुपये निर्धारित है. लेकिन साक्षात्कार व नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण सभी को पहले की ही तरह 26,700 रुपये वेतन के रूप में मिलेंगे.वीमेंस व ग्रेजुएट में इंडक्शनशिक्षकों के योगदान करने के साथ ही वीमेंस और ग्रेजुएट कॉलेज में इंडक्शन कक्षाएं हुईं. वीमेंस कॉलेज में एमएड की भी इंडक्शन क्लास हुई. वहीं ग्रेजुएट कॉलेज में इंडक्शन के साथ कक्षाएं आरंभ कर दी गयी.को-ऑपरेटिव में कक्षाएं सात सेको-ऑपरेटिव कॉलेज में मंगलवार को चार शिक्षकों ने योगदान किया. प्रभारी प्राचार्य डॉ एसएस रजी को आवेदन सौंपने के पश्चात बुके भेंट कर अभिनंदन किया. डॉ रजी ने बताया कि कॉलेज में बीएड की कक्षाएं 7 दिसंबर से आरंभ होंगी.को-ऑपरेटिव बीएड में ड्रेस कोडडॉ एसएस रजी ने बताया कि कॉलेज में इस वर्ष से बीएड के छात्र-छात्राओं के लिए ड्रेस कोड लागू किया जा रहा है. इसकी समय-सीमा निर्धारित कर दी जायेगी. इसके बाद से बीएड में ड्रेस कोड अनिवार्य होगा.

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