बिजली के निजीकरण से सभी को नुकसान : अनिल

जमशेदपुर: झारखंड बिजली श्रमिक संघ ने बिजली आपूर्ति व्यवस्था निजी कंपनी के हाथों में सौंपने का प्रस्ताव के खिलाफ आंदोलन की घोषणा की है. मानगो स्थित राजस्थान भवन में मंगलवार को हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए अनिल राय ने कहा कि बिजली व्यवस्था निजी हाथों में सौंपने से बिजली बोर्ड, कर्मचारी अौर उपभोक्ताओं को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2015 9:07 AM

जमशेदपुर: झारखंड बिजली श्रमिक संघ ने बिजली आपूर्ति व्यवस्था निजी कंपनी के हाथों में सौंपने का प्रस्ताव के खिलाफ आंदोलन की घोषणा की है. मानगो स्थित राजस्थान भवन में मंगलवार को हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए अनिल राय ने कहा कि बिजली व्यवस्था निजी हाथों में सौंपने से बिजली बोर्ड, कर्मचारी अौर उपभोक्ताओं को सीधा नुकसान होगा.

मौके पर मुन्ना मिश्रा, अरविंद सिंह, निरंजन कुमार, पार्थो बनर्जी, नौशाद खान, अजय कुमार दास, विजय कुमार दास, दीनानाथ सिंह, जनार्दन गिरि, पी चित्रकार, पंकज सिंह आदि मौजूद थे.

विद्युत जीएम कार्यालय का घेराव व प्रदर्शन

मानव दिवसकर्मियों ने झारखंड बिजली श्रमिक संघ के बैनर तले मंगलवार की दोपहर दो बजे से बिष्टुपुर विद्युत जीएम कार्यालय का घेराव किया. वहीं एक प्रतिनिधिमंडल जीएम से मिला. उन्होंने इएसआइ, एपीएफ आदि लागू करने की मांग की. पिछले दिनों अॉनड्यूटी मानवदिवस कर्मी की मौत के बाद मुआवजा अौर आश्रित को नौकरी नहीं मिलने पर खेद जताते हुए अविलंब कदम उठाने की मांग की. वहीं बढ़ा हुआ वेतन एक वर्ष से भुगतान नहीं होने से हो रही दिक्कत बतायी. विद्युत जीएम ने आठ दिसंबर को मानवदिवस कर्मी को मुआवजा देने, नौ दिसंबर को इएसआइ का फॉर्म भरवाने के लिए कार्यपालक अभियंता स्तर पर बैठक करने, बढ़ा हुआ लंबित वेतन भुगतान के लिए 3-4 दिनों उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया.

Next Article

Exit mobile version