एयरपोर्ट के कारण कोल्हान में नहीं आ रहे निवेशक : वद्यिुत (वद्यिुत 1)
एयरपोर्ट के कारण कोल्हान में नहीं आ रहे निवेशक : विद्युत (विद्युत 1) – संसद के शून्यकाल में सांसद विद्युत वरण महतो ने उठाया मुद्दा – कहा- जमशेदपुर में हवाइ अड्डा का निर्माण बेहद जरूरी जमशेदपुर. सांसद विद्युत वरण महतो ने संसद के शून्यकाल में शहर में एयरपोर्ट बनाने का मुद्दा उठाया. सांसद ने कहा […]
एयरपोर्ट के कारण कोल्हान में नहीं आ रहे निवेशक : विद्युत (विद्युत 1) – संसद के शून्यकाल में सांसद विद्युत वरण महतो ने उठाया मुद्दा – कहा- जमशेदपुर में हवाइ अड्डा का निर्माण बेहद जरूरी जमशेदपुर. सांसद विद्युत वरण महतो ने संसद के शून्यकाल में शहर में एयरपोर्ट बनाने का मुद्दा उठाया. सांसद ने कहा कि जमशेदपुर औद्योगिक क्षेत्र है. यहां टाटा जैसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों के उद्योग हैं. इसके अलावा कई बड़े व मध्यम उद्योग स्थापित हैं. यहां विभिन्न प्रदेश के लेाग रोजगार के लिए आते हैं. यहां उद्योग की स्थापना की असीम संभवाना है. कोल्हान प्रमंडल के अंतर्गत आयरन ओर, काइनाइट, यूरेनियम, कॉपर, सोना और उच्च गुणवतायुक्त मैगनीज, पन्ना, नीलम जैसे कीमती धातु मौजूद है. संसाधन और अनुकुल वातावरण को देखकर देश विदेश के निवेशक यहां निवेश के लिए इच्छुक हैं. इसके साथ यहां निर्मित वस्तुएं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्यात होते हैं. इससे व्यपारियों का दूसरे प्रदेश में व्यवसाय के लिए आना जाना होता रहता है. एशिया का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र आदित्यपुर भी जमशेदपुर से सटा हुआ है. जमशेदपुर में उद्यमी व नागरिक लंबे समय से हवाई अड्डा की मांग कर रहे हैं. क्षेत्र वायुमार्ग से कटे होने के कारण उद्यमियों और निवेशकों को परेशानी होती है. जमशेदपुर का निकटतम एयरपोर्ट रांची का सड़क मार्ग बदहाल है. इसके कारण एयरपोर्ट पहुंचने में काफी समय लगता है. केंद्र सरकार को लिखा पत्रइसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है. केंद्र ने राज्य सरकार और टाटा के आपसी सहयोग से जमीन उपलब्ध कराने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि बहरागोड़ा-चाकुलिया के पास हवाई अड्डा है, जिसे ब्रिटिश सरकार ने द्वितीय विश्वयुद्ध इस्तेमाल किया था. यह 13 किमी क्षेत्र मे फैला है. यह झारखंड, बंगाल और ओड़िशा के सीमांचल एरिया में स्थित है. यहां हवाईअड्डा बनने से तीनों राज्य को लाभ मिलेगा.