दहशत में गुजरी रात, अब भी सहम जा रहे बच्चे (मनमोहन)

दहशत में गुजरी रात, अब भी सहम जा रहे बच्चे (मनमोहन)- मानगो के चंद्रमोहन महतो कॉम्प्लेक्स में भीषण डकैती के बाद भी नहीं मिली सुरक्षा- घटना याद आते ही आतंकित हो जा रहा परिवार फोटो है मनमोहन कावरीय संवाददाता, जमशेदपुरमानगो के परमेश्वर कॉलोनी स्थित चंद्रमोहन महतो कॉम्प्लेक्स में मंगलवार रात हुई डकैती के बाद पीड़ित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2015 11:47 PM

दहशत में गुजरी रात, अब भी सहम जा रहे बच्चे (मनमोहन)- मानगो के चंद्रमोहन महतो कॉम्प्लेक्स में भीषण डकैती के बाद भी नहीं मिली सुरक्षा- घटना याद आते ही आतंकित हो जा रहा परिवार फोटो है मनमोहन कावरीय संवाददाता, जमशेदपुरमानगो के परमेश्वर कॉलोनी स्थित चंद्रमोहन महतो कॉम्प्लेक्स में मंगलवार रात हुई डकैती के बाद पीड़ित परिवार के लोग अब भी दहशत में हैं. तीनों फ्लैट के लोगों ने भय के माहौल में बुधवार की रात गुजारी. उन्हें बार-बार यही डर सता रहा है कि फिर कोई दरवाजा तोड़कर अंदर न आ जाये. हथियार से लैस 10 डकैतों द्वारा भीषण डकैती करने के बाद भी क्षेत्र में पुलिस तैनात नहीं है. डकैतों द्वारा कनपट्टी पर पिस्तौल सटाने की घटना याद आते ही बच्चे डर जा रहे हैं. वैष्णो देवी यात्रा रद्द की, किसी तरह रात गुजरीफ्लैट संख्या 122 में रहने वाले एयरटेल के इंजीनियर युवराज सिंह अपनी नवब्याहता पत्नी मिसु सिंह के साथ वैष्णो देवी की यात्रा पर जाने वाले थे. घटना ने उनको झकझोर दिया है. किसी तरह इन्होंने बुधवार की रात गुजारी. नवविवाहित जोड़ा प्रशासन की व्यवस्था से काफी दुखी नजर आया. हालात को देखते हुए किसी तरह का कोई कदम नहीं उठाने पर नाराजगी जतायी. नंदी परिवार ने सुरक्षा बढ़ायी, परिवार अब भी सो नहीं पातानंदी परिवार अब भी दहशत में है. सुरक्षा के लिए उन्होंने अपना दरवाजा को दुरुस्त कराया है. हालांकि रह रह कर वो दृश्य सामने आता है, जिससे बच्चों सहम जा रहे हैं. बुधवार रात परिवार ठीक से सो नहीं पाया. उन्हें डर लग रहा था कि फिर कोई दरवाजा तोड़कर अंदर न आ जाये. घर संख्या 101 निवासी राधेश्याम नंदी ने बताया कि वे लोग किसी तरह रात गुजार पा रहे हैं. घर में आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे सुरेशसेकेंड फ्लोर स्थित घर संख्या 123 निवासी सुरेश रेड्डी हैदराबाद से सुधाकर इंफ्रास्टक्चर के लिए काम करने आये हैं. घटना के बाद वे अपना घर में आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. उनको डर लग रहा है. वे सुबह ही ताला लगाकर गये.

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