हर क्षेत्र में गणित की उपयोगिता
हर क्षेत्र में गणित की उपयोगितागणित की उपयोगिता हर क्षेत्र में है. 12वीं के बाद इसमें रास्ते खुल जाते हैं. इंजीनियरिंग टेस्ट की तैयारी बिना गणित के नहीं हो सकती. आजकल हर प्रतियोगिता परीक्षा में रीजनिंग और एप्टीट्यूट टेस्ट होता है. यह भी गणित का ही हिस्सा है. अगर इस विषय का बेसिक ज्ञान रखते […]
हर क्षेत्र में गणित की उपयोगितागणित की उपयोगिता हर क्षेत्र में है. 12वीं के बाद इसमें रास्ते खुल जाते हैं. इंजीनियरिंग टेस्ट की तैयारी बिना गणित के नहीं हो सकती. आजकल हर प्रतियोगिता परीक्षा में रीजनिंग और एप्टीट्यूट टेस्ट होता है. यह भी गणित का ही हिस्सा है. अगर इस विषय का बेसिक ज्ञान रखते हैं, तो आपको किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में दिक्कत नहीं होगी. अगर आप मैथ्स ऑनर्स करते हैं, तो एमबीए व एमसीए में आसानी से दाखिला मिल सकता है. अगर इस विषय में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल कर ली है, तो आपके लिए शिक्षण का क्षेत्र खुल जाता है. आप किसी भी हाइस्कूल में शिक्षक पद के लिए आवेदन दे सकते हैं. इसके लिए बीएड होना भी जरूरी है. आप प्राइवेट ट्यूशन कर सकते हैं. आजकल तो कई छात्र इसे कैरियर के रूप में अपना रहे हैं. कई कोचिंग इंस्टीट्यूट में गणित जानकार की मांग रहती है. अगर आपने स्नातकोत्तर के साथ नेट भी क्वालिफाइ कर लिया है, तो किसी भी कॉलेज में फैकल्टी के तौर पर सेवा देने के योग्य हो जाते हैं. आप चाहें तो रिसर्च फील्ड में भी आगे बढ़ सकते हैं. संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में इसे मुख्य विषय के रूप में भी चुन सकते हैं. -शिल्पा कुमारी गुप्ता, एसटीओ (एनटीटीएफ)