टॉक शो : सार्वजनिक सवारी में महिलाएं

टॉक शो : सार्वजनिक सवारी में महिलाएंफ्लैग::: महिलाओं की सीट पर क्यों बैठते हैं, कुछ तो ख्याल करें पब्लिक सवारी गाड़ियों में महिलाओं के लिए सीट आरक्षित रखी जाती है. खासकर लोकल बसों में. लेकिन, कई बार इन सीटों पर पुरुष यात्री बैठ जाते हैं. इसके चलते महिलाएं भीड़ में खड़ी होकर यात्रा करती हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2015 6:50 PM

टॉक शो : सार्वजनिक सवारी में महिलाएंफ्लैग::: महिलाओं की सीट पर क्यों बैठते हैं, कुछ तो ख्याल करें पब्लिक सवारी गाड़ियों में महिलाओं के लिए सीट आरक्षित रखी जाती है. खासकर लोकल बसों में. लेकिन, कई बार इन सीटों पर पुरुष यात्री बैठ जाते हैं. इसके चलते महिलाएं भीड़ में खड़ी होकर यात्रा करती हैं. इससे महिलाओं को काफी परेशानी होती है. लाइफ @ जमशेदपुर की टीम ने महिलाओं से इस मुद्दे पर बातचीत की. महिलाओं का कहना था कि एक तो अपने शहर में वीमेन स्पेशल वाहनों की सुविधा नहीं है और ऊपर से आरक्षित सीटों पर भी पुरुष बैठ जाते हैं. यह सरासर नाइंसाफी है. अगर कोई महिला पैसेंजर नहीं है तो आप उस सीट पर बैठें, लेकिन जब कोई लेडीज आये तो सीट जरूर खाली कर दें. पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश : ————–महिलाएं खड़ी होकर यात्रा करें, यह अच्छी बात नहीं है. पुरुष यात्रियों को चाहिए कि वह स्वत: सीट खाली कर दें. महिलाओं को इसके लिए कहने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए. -रिया मंडल, जुबिली पार्क से महिलाओं को चाहिए कि इसका विरोध करें. वह सह चालक (कंडक्टर) से शिकायत कर सकती हैं. खड़ी होकर यात्रा करने से महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं. -अरविंदर कौर, गरमनाला से अगर महिला सीट खाली है, तो पुरुष यात्री बैठ सकते हैं. उनकी यह जिम्मेदारी बनती है कि महिलाओं के आने पर वह सीट खाली कर दें. ऐसा न करने पर कंडक्टर से शिकायत करनी चाहिए. -श्वेता मुखर्जी, सीएच एरिया से महिलाओं को इसके लिए बोलना होगा. वह अगर शिकायत करेंगी, तो अन्य यात्रियों पर इसका असर जरूर होगा. मैं तो कहूंगी कि सिटी में महिलाओं के लिए अलग से सवारी गाड़ी चलनी चाहिए. -गीता सिंह, सोनारी से कई महिलाएं महिला सीट खाली न रहने पर खड़ा होकर यात्रा करने पर मजबूर होती हैं. पुरुष यात्रियों को चाहिए कि भीड़ में वह अपनी सीट भी खाली कर दें.-अनुपमा सारस्वत, कदमा से भीड़ में कुछ लोग महिलाओं के साथ गलत हरकत कर देते हैं. ऐसे में महिलाओं को बस में सफर करने का मन नहीं करता. पुरुष यात्रियों को चाहिए कि वह महिला सीट खाली कर दें. -पूजा, बिष्टुपुर से

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