टॉक शो : कॉमर्स व बीएड

टॉक शो : कॉमर्स व बीएडहेडिंग::: कॉमर्स में बीएड मान्य नहीं, तो पढ़ाई क्यों? कॉमर्स में बीएड की मान्यता को लेकर संशय बरकार है. इस विषय के साथ बीएड करने वाले छात्र असमंजस में हैं. विगत दिनों टैट के माध्यम से हुई बहाली व उसके बाद उत्पन्न विवाद ने इस विषय से बीएड करने वाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2015 6:19 PM

टॉक शो : कॉमर्स व बीएडहेडिंग::: कॉमर्स में बीएड मान्य नहीं, तो पढ़ाई क्यों? कॉमर्स में बीएड की मान्यता को लेकर संशय बरकार है. इस विषय के साथ बीएड करने वाले छात्र असमंजस में हैं. विगत दिनों टैट के माध्यम से हुई बहाली व उसके बाद उत्पन्न विवाद ने इस विषय से बीएड करने वाले अभ्यर्थियों की धड़कनें तेज कर दी हैं. उन्हें लगता है कि उनका भविष्य अंधकारमय हो जायेगा. लाइफ @ जमशेदपुर की टीम ने शहर के छात्रों से इस मुद्दे पर बातचीत की. छात्रों का कहना था कि हर संकाय में बीएड की मान्यता मिलनी चाहिए. अगर बीएड की मान्यता रद्द करनी है, तो पहले कॉमर्स की पढ़ाई बंद करनी चाहिए. पेश है बातचीत के मुख्य अंश : यह फैसला गलत है. ऐसा था तो पहले ही दाखिला नहीं लेना चाहिए था. कॉमर्स वाले छात्र अब जायेंगे कहां? शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसका समाधान निकालना चाहिए. – प्रियंका सिंह, (बीएड स्टूडेंट) ग्रेजुएट कॉलेज से सभी को मौका मिलना चाहिए. अधिकारी कोई भी फैसला लेने से पहले इसकी गहराई में नहीं जाते. हर तरफ से खमियाजा छात्रों को ही भुगतना पड़ता है. – बी रम्या, (स्नातक स्टूडेंट) केसीसी से इस फैसले को लेकर हम लोग गंभीर हैं. अगर यह फैसला हो जाता है, तो कॉमर्स से बीएड करने वाले छात्रों को टैट में बैठने नहीं दिया जायेगा. इस बारे में सोचा जाना चाहिए. – रवि कुमार सिंह, (बीएड स्टूडेंट) कोऑपरेटिव कॉलेज से सभी को चांस मिलना चाहिए. यह गलत हो रहा है. कॉमर्स पढ़ने वाले छात्रों के सामने तो शिक्षक बनने का ऑप्शन ही नहीं होगा. ऐसे छात्र कहां जायेंगे? – नेहा कुमारी, (बीएड स्टूडेंट) जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज से कॉमर्स से बीएड करने वाले छात्रों के लिए कोई न कोई रास्ता निकालना चाहिए. कॉमर्स में बीएड की मान्यता नहीं है, तो सबसे पहले इसकी पढ़ाई बंद करनी चाहिये. – गोरांग दास, (स्नातक स्टूडेंट) वर्कर्स कॉलेज से यह फैसला पूरी तरह से गलत है. हम छात्रों को इसका विरोध करना चाहिए. राज्यपाल और मुख्यमंत्री को इसके खिलाफ सामूहिक रूप से अावेदन देना चाहिए. – बादल ठाकुर, (स्नातक स्टूडेंट) एबीएम कॉलेज से

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