नये राशनकार्ड पर ही मिलेगी चीनी
नये राशनकार्ड पर ही मिलेगी चीनी – खाद्य सुरक्षा अधिनियम से गरीबों को मिलेगी चीनी- चीनी वितरण के लिए जिले में नया सिस्टम लागू (फ्लैग) चीनी वितरण का नया सिस्टमएक माह एक किलो और दूसरे माह में दो किलो (इसी तरह चलता रहेगा)जिले के लाभुक 3,00,075 नया राशनकार्डधारीइस दर पर मिलेगी चीनी18.35 रुपये प्रति किलो […]
नये राशनकार्ड पर ही मिलेगी चीनी – खाद्य सुरक्षा अधिनियम से गरीबों को मिलेगी चीनी- चीनी वितरण के लिए जिले में नया सिस्टम लागू (फ्लैग) चीनी वितरण का नया सिस्टमएक माह एक किलो और दूसरे माह में दो किलो (इसी तरह चलता रहेगा)जिले के लाभुक 3,00,075 नया राशनकार्डधारीइस दर पर मिलेगी चीनी18.35 रुपये प्रति किलो वरीय संवाददाता, जमशेदपुरराष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जिले के नये राशनकार्डधारियों को जल्द चीनी मिलेगी. जिले के 3 लाख 75 नये राशन कार्डधारियों के लिए 5 हजार क्विंटल चीनी की पहली खेप पहुंच गयी है. 18.35 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से लाभुकों को चीनी दी जायेगी. नये सिस्टम के मुताबिक राशन कार्ड पर पहले माह में एक किलो, दूसरे माह में दो किलो, तीसरे में फिर एक किलो और चौथे माह दो किलो चीनी दी जायेगी. इसी तरह वितरण की जायेगी. अक्तूबर से अबतक की बैकलॉग चीनी मिलेगीराष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लागू होने के बाद अक्तूबर से नये राशनकार्डधारियों को चीनी नहीं मिली थी. अब कार्डधारियों को अक्तूबर की एक किलो और नवंबर की दो किलोग्राम चीनी दी जायेगी. इसके लिए चीनी का आवंटन मिल गया है. वर्जन—–राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से नये राशनकार्डधारियों को चीनी दी जायेगी. महाराष्ट्र की तातिया एजेंसी से करीब पांच हजार क्विंटल चीनी का आवंटन मिला है. नियमानुसार जल्द वितरण शुरू की जायेगी. – डीके तिवारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम.—————————-राशन कार्ड वितरण में देर से खाद्यान्न वितरण पिछड़ाजमशेदपुर. पूर्वी सिंहभूम के शहरी क्षेत्र में राशन कार्ड वितरण में देर होने के कारण खाद्य सुरक्षा अधिनियम सही ढंग से लागू नहीं हो पा रहा है. सरकार ने अक्तूबर से खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू किया. लेकिन जिले में नया राशन कार्ड नहीं बंट पाने से दिसंबर में राशनिंग विभाग नवंबर के कोटा का खाद्यान्न बांट रहा है. वर्जन—–जिले में अभी नवंबर का खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है. जल्द ही दिसंबर का खाद्यान्न वितरण किया जायेगा. राशन कार्ड वितरण में देरी से ऐसा हुआ है. -डीके तिवारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम.