एक्सीडेंट प्रोन सड़कों की पहचान, होंगे बदलाव
एक्सीडेंट प्रोन सड़कों की पहचान, होंगे बदलावजमशेदपुर. जिले के सारे एक्सीडेंट प्रोन सड़कों (जिन सड़कों पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते है) की पहचान कर ली गयी है. ऐसी सड़कों को नये सिरे से डिजाइनिंग की जा रही है ताकि सड़क हादसों को रोका जा सके और इस तरह की सड़कों को और सुरक्षित बनाया […]
एक्सीडेंट प्रोन सड़कों की पहचान, होंगे बदलावजमशेदपुर. जिले के सारे एक्सीडेंट प्रोन सड़कों (जिन सड़कों पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते है) की पहचान कर ली गयी है. ऐसी सड़कों को नये सिरे से डिजाइनिंग की जा रही है ताकि सड़क हादसों को रोका जा सके और इस तरह की सड़कों को और सुरक्षित बनाया जा सके. यूएन गाइडलाइन और एनएच को लेकर भारत सरकार के तय मानकों के मुताबिक ही यह काम चल रहा है. वर्तमान में पथ निर्माण विभाग की ओर से ठनठनी घाटी की सड़क बनायी जा रही है और सड़कों के हादसों को रोकने के लिए उसके जो आपस में टकराने के खतरों को टालने के भी उपाय किये जा रहे हैं. इसके लिए विशेषज्ञों की टीम लगायी गयी है. इसी तरह हाता सड़क पर स्थित नांदूप से नीलडीह के पास की सड़क को सबसे खतरनाक माना गया है. इस सड़क का विशेष तौर पर अध्ययन करने के बाद नये सिरे से तैयार की जा रही है. सेफ ड्राइव बनाना लक्ष्य सड़कों की जो गाइडलाइन है, उनका अनुपालन किया जा रहा है. इसके जियोग्राफिक तौर पर बदलाव करने के साथ ही इसमें भी सुधार हो जायेगा. इसका लक्ष्य है सेफ व टेंशन फ्री ड्राइविंग लोगों को उपलब्ध कराना है. -अरुण कुमार राणा, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग