ऑडिट व बीएड जांच प्रभावित करने की साजिश : डॉ मुखर्जी
जमशेदपुर: वीमेंस कॉलेज की प्रभारी प्राचार्या डॉ सुमिता मुखर्जी ने पत्रकारों से बातचीत में शनिवार को कहा कि नलिनी सिन्हा द्वारा हाथ काटने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने की घटना कॉलेज की पूर्व प्राचार्या और कोल्हान यूनिवर्सिटी की प्रोवीसी डॉ शुक्ला महंती के इशारे पर की गयी. उन्होंने शुक्ला महंती पर उनकी जासूसी कराने […]
जमशेदपुर: वीमेंस कॉलेज की प्रभारी प्राचार्या डॉ सुमिता मुखर्जी ने पत्रकारों से बातचीत में शनिवार को कहा कि नलिनी सिन्हा द्वारा हाथ काटने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने की घटना कॉलेज की पूर्व प्राचार्या और कोल्हान यूनिवर्सिटी की प्रोवीसी डॉ शुक्ला महंती के इशारे पर की गयी.
उन्होंने शुक्ला महंती पर उनकी जासूसी कराने का भी आरोप लगाया है. प्राचार्या कक्ष में जो कैमरा लगा हुआ था, उसका कनेक्शन प्रो वीसी के घर पर था, जिसे उन्होंने बाद में खुलवा दिया. उन्होंने कहा कि उनकी सीट के पीछे रखी गयी ‘शील्ड’ के पीछे भी माइक लगा दी गयी थी, जिसके माध्यम से उनकी रिकॉर्डिग की जा रही थी, जिसे हटाया गया.
26 को आ रही टीम
डॉ मुखर्जी ने कहा कि 26 नवंबर को ऑडिटर जेनरल कार्यालय की टीम आ रही है. टीम कॉलेज में छह वर्ष की ऑडिट करेगी. इसलिए हंगामा कराया जा रहा है.
हम पूरी तरह पारदर्शी
डॉ मुखर्जी ने कहा कि उनके कार्यकाल में बीएड के एडमिशन की जांच करा ली जाये. हमने पूरी पारदर्शिता के साथ एडमिशन लिया है. उन्होंने कहा कि सांसद डॉ अजय कुमार और कुछ कांग्रेसियों सहित कई अन्य लोगों ने भी पैरवी की थी, लेकिन हमने मेरिट से समझौता नहीं किया.
दूसरी ओर, डॉ सुमिता मुखर्जी के आरोपों पर प्रतिक्रिया के लिए जब विवि की प्रो वीसी डॉ शुक्ला महंती से संपर्क करने की कोशिश की गयी, तो उनका मोबाइल स्वीच ऑफ आता रहा.