टॉपर टॉक : शिवांगी कुमारी पांडेय:::संपादित

टॉपर टॉक : शिवांगी कुमारी पांडेय:::संपादित सीनियर की गाइडलाइन भी आती है कामशिवांगी कुमारी पांडेयसीजीपीए : 10 रैंक : स्कूल टॉपर में शामिल स्कूल : विद्या भारती चिन्मिया विद्यालय, टेल्को बोर्ड : सीबीएसइ (10वीं)माता-पिता : पूनमलता पांडेय, राजेश कुमार पांडेय लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर मैंने तय कर लिया था कि मुझे 10 सीजीपीए में शामिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2015 6:53 PM

टॉपर टॉक : शिवांगी कुमारी पांडेय:::संपादित सीनियर की गाइडलाइन भी आती है कामशिवांगी कुमारी पांडेयसीजीपीए : 10 रैंक : स्कूल टॉपर में शामिल स्कूल : विद्या भारती चिन्मिया विद्यालय, टेल्को बोर्ड : सीबीएसइ (10वीं)माता-पिता : पूनमलता पांडेय, राजेश कुमार पांडेय लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर मैंने तय कर लिया था कि मुझे 10 सीजीपीए में शामिल होना है. स्टडी टेबल के आगे इसे चिपका कर रखती थी, ताकि इस पर हमेशा नजर पड़े. इससे मुझे मेहनत करने की प्रेरणा मिलती थी. इसके लिए मैंने काफी मेहनत की थी. पढ़ने का बनाया था अलग तरीका मैंने स्टडी टेबल के आगे हर चैप्टर के महत्वपूर्ण पोर्शन चिपका लिये थे. इसमें से जो याद हो जाता था उसे टिक कर लेती थी. इस तरह हर विषय में कितने अध्याय याद हैं, कितना याद करना है हमेशा सामने रहता था. जो याद हो गये थे उसे रोज एक बार दोहरा लेती थी. जहां डाउट होता था उसे नोट कर अगले दिन टीचर से पूछ लेती थी. जिसे याद करना है उसे याद करती थी. सीनियर से लेती थी सलाह मैं सीनियर से तैयारी को लेकर पूछती रहती थी. किस हिसाब से पढ़ना है, किस टॉपिक पर अधिक फोकस करना है इसके बारे में सलाह लेती थी. उनकी गाइडलाइन को फॉलो करती थी.प्री बोर्ड तक पूरा हो गया था पाठ्यक्रम प्री बोर्ड तक मैंने पाठ्यक्रम पूरा कर लिया था. स्कूल में कुछ दिन पढ़ायी के बाद क्लास बंद हो गये थे. प्री बोर्ड तक पाठ्यक्रम पूरा हो जाने पर आपके पास रीविजन करने के लिए पर्याप्त समय बच जाता है. इस समय का मैंने लाभ उठाया. मैं हर विषय के कुछ चैप्टर को दो-तीन बार दोहरा लेती थी. रीविजन के दौरान किसी तरह के डाउट होने पर मैं टीचर से पूछ लेती थी. महत्वपूर्ण होती है हर परीक्षा मेरे हिसाब से स्कूल में होने वाले किसी भी टेस्ट को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. मैं अपने स्कूल की बात करूं तो यहां प्री बोर्ड का पेपर काफी कठिन तैयार किया गया था. इसका मकसद तैयारी को लेकर छात्रों की आखें खोलना था. मैंने प्री बोर्ड में खुद को जांचा और बोर्ड परीक्षा मेें बढ़िया रिजल्ट करने के लिए मेहनत शुरू कर दी. कॉमर्स में बढ़ना है आगे वर्तमान में मैं विद्या भारती चिन्मिया स्कूल में ही ग्यारहवीं में कॉमर्स की पढ़ायी कर रही हूं. मैं इसी फील्ड में कैरियर बनाना चाहती हूं. मैं बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्रों से कहना चाहती हूं कि वह रेगुलर स्टडी करें और हर दिन रीविजन जरूर करे. बात पते की -हर टॉपिक के कॉन्सेप्ट को समझने की कोशिश करें-हर तरह के डाउट हो तत्काल क्लियर कर लें-प्री बोर्ड में खुद को जांचे, उसी हिसाब से बोर्ड परीक्षा की तैयारी करें

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