रवींद्र भवन के मंच पर उतरी पूर्वी भारत की कला प्रस्तुतियां

रवींद्र भवन के मंच पर उतरी पूर्वी भारत की कला प्रस्तुतियां(फोटो मनमोहन की होगी)पूर्व क्षेत्रीय ‘नवोदित महोत्सव’ की हुई शुरुआततिरियो वादक दुर्गा प्र मुर्मू ने किया उद्घाटनपहले दिन 8 कलाकारों ने दीं अपनी प्रस्तुतियांजमशेदपुर : भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन पूर्व क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता के तत्वावधान में शनिवार को नृत्य संगीत का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2015 10:09 PM

रवींद्र भवन के मंच पर उतरी पूर्वी भारत की कला प्रस्तुतियां(फोटो मनमोहन की होगी)पूर्व क्षेत्रीय ‘नवोदित महोत्सव’ की हुई शुरुआततिरियो वादक दुर्गा प्र मुर्मू ने किया उद्घाटनपहले दिन 8 कलाकारों ने दीं अपनी प्रस्तुतियांजमशेदपुर : भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन पूर्व क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता के तत्वावधान में शनिवार को नृत्य संगीत का तीन दिवसीय क्षेत्रीय समारोह ‘नवोदित महोत्सव’ शनिवार को रवींद्र भवन में विधिवत आरंभ हो गया. मुख्य अतिथि तथा ख्यात आदिवासी विकलांग तिरियो वादक कलाकार दुर्गा प्रसाद मुर्मू के साथ कोलकाता क्षेत्रीय केंद्र के निदेशक प्रो ओमप्रकाश भारती एवं कला मंदिर के अध्यक्ष दीपक मित्रा एवं ख्यात नाट्यकर्मी एके मित्रा ने सामूहिक रूप से नवोदित महोत्सव का दीप प्रज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया. प्रो भारती ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम पर अपनी संस्कृति से अलग होने के लिए तरह-तरह से दबाव बढ़ता जा रहा है. यह आयोजन उसी का मुकाबला करने का सार्थक प्रयास है, जिसमें अपने नवोदित कलाकारों को मंच प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है. समारोह में झारखंड, बिहार, बंगाल, ओड़िशा, असम सहित पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के कलाकार भाग ले रहे हैं. अपनी दमदार प्रस्तुतियों से कला के सुनहरे भविष्य का संकेत दे चुके नये कलाकारों को उचित मंच प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित हो रहे उक्त समारोह में आज 8 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं. कार्यक्रम की शुरुआत सरायकेला के उभरते छऊ कलाकार प्रदीप कुमार कवि की प्रस्तुति से हुई, जिसमें उन्होंने ‘चंद्रभागा’ की प्रस्तुति की. उसके बाद बंगाल की सुलग्ना रॉय ने ओड़िशी में ‘अर्धनारीश्वर’ की प्रस्तुति की. इसमें उन्होंने भगवान शिव के तांडव एवं माता पार्वती के लास्य को बखूबी प्रदर्शित किया. बंगाल की ही भरतनाट्यम कलाकार पूजा पोद्दार ने वल्लारी युक्त गणेश वंदना की प्रस्तुति की. वहीं की अमृता सेनगुप्ता ने भरत नाट्यम में पंचदेवता की प्रस्तुति की.सुमिता रॉय ने भरतनाट्यम में ही तोड़ियम की प्रस्तुति दी.ओड़िशा की अरूपा गायत्री पंडा ने ओड़िशी में ‘शक्ति बहुरूपा’ के माध्यम से देवी के विभिन्न शक्ति स्वरूपों को प्रस्तुत किया. तड़ित सरकार की कथक प्रस्तुति को दर्शकों की सराहना मिली, तो झारखंड की कथक नृत्यांगना सुमाती उरांव के कत्थक प्रस्तुतियों ने भी लोगों को प्रभावित किया. तीन दिवसीय उक्त समारोह आगामी 14 दिसंबर तक चलेगा, जिसके तहत लगभग 24 कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे.

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