गृह प्रखंड में पदस्थापना को मिलेगी प्राथिमकता

गृह प्रखंड में पदस्थापना को मिलेगी प्राथिमकता-शिक्षकों के स्थानांतरण व पदस्थान को लेकर प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने दिये निर्देश वरीय संवाददाता, जमशेदपुरविकलांग एवं महिला प्राथमिक शिक्षकों को प्राथमिकता देते हुए उन्हें यथासंभव सुविधाजनक विद्यालय में पदस्थापित किया जायेगा. साथ ही पहले से सेवारत व नवनियुक्त शिक्षकों को गृह प्रखंड में पदस्थापित करने का यथासंभव प्रयास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2015 8:03 PM

गृह प्रखंड में पदस्थापना को मिलेगी प्राथिमकता-शिक्षकों के स्थानांतरण व पदस्थान को लेकर प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने दिये निर्देश वरीय संवाददाता, जमशेदपुरविकलांग एवं महिला प्राथमिक शिक्षकों को प्राथमिकता देते हुए उन्हें यथासंभव सुविधाजनक विद्यालय में पदस्थापित किया जायेगा. साथ ही पहले से सेवारत व नवनियुक्त शिक्षकों को गृह प्रखंड में पदस्थापित करने का यथासंभव प्रयास किया जायेगा. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने शिक्षकों के स्थानांतरण एवं पदस्थाना के संबंध में यह निर्णय लेते हुए सभी जिलों के उपायुक्तों को संबंधित निर्देश जारी किये हैं. निर्देश के अनुसार नवनियुक्त शिक्षकों को यथासंभव ऐसे विद्यालयों में पदस्थापित किया जायेगा, जहां वे बच्चों को उनकी मातृभाषा में पढ़ा सकें. इस क्रम में अभ्यर्थी द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) में चयनित क्षेत्रीय या जनजातीय भाषा भी एक आधार हो सकता है. विभाग के निर्देशानुसार वैसे शिक्षक जो 10 वर्षों से अधिक समय से दुर्गम व सुदूरवर्ती क्षेत्रों में पदस्थापित हैं, उनके अनुरोध को ध्यान में रखते हुए उन्हें सुविधाजनक विद्यालय में पदस्थापित किया जा सकता है. इस क्रम में गत 15 जून को निर्गत विभागीय पत्रांक 1317 उल्लेखित प्राथमिकता क्रम का अनुपालन करने की बात कही गयी है. इसके अलावा शिक्षकों की पदस्थापना के क्रम में इस बात का ध्यान भी रखा जायेगा कि किसी विद्यालय में छात्र संख्या के अनुपात में शिक्षकों संख्या अधिक या कहीं पद रिक्त न रह जायें.संघ ने की जल्द स्थानांतरण की मांगविभागीय निर्देश के बाद अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिले में जल्द से जल्द स्थानांतरण की प्रक्रिया आरंभ करने की मांग की है. संघ ने कहा है कि डुमरिया, मुसाबनी, पोटका समेत अन्य सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से पदस्थापित शिक्षकों को सुविधाजनक स्थान पर पदस्थापित किया जाये. साथ ही बहरागोड़ा, चाकुलिया व अन्य प्रखंडों में स्थित विद्यालय में कार्यरत व गृह प्रखंडों में पदस्थापना से वंचित शिक्षकों का शीघ्र स्थानांतरण किया जाये.

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