1971 में बिना हथियार पाकस्तिान में घुसे थे कर्नल नायर (15 केवी नायर)

1971 में बिना हथियार पाकिस्तान में घुसे थे कर्नल नायर (15 केवी नायर)- आज भी बुलंद हाैसले के साथ सेना में जाने काे तैयार हैं नायरउपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुरपाकिस्तान के खिलाफ 1971 के युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल केवी नायर ने कहा कि 44 साल बीत गये, लेकिन लगता है कल की बात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 10:23 PM

1971 में बिना हथियार पाकिस्तान में घुसे थे कर्नल नायर (15 केवी नायर)- आज भी बुलंद हाैसले के साथ सेना में जाने काे तैयार हैं नायरउपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुरपाकिस्तान के खिलाफ 1971 के युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल केवी नायर ने कहा कि 44 साल बीत गये, लेकिन लगता है कल की बात है. उन्होंने युद्ध की यादें ताजा करते हुए कहा कि 1971 में काफी कम समय में भारतीय जवानों ने पाकिस्तान के 93 हजार फाैजियाें काे उनके कमांडर के साथ बंधक बना लिया था. वर्तमान में भारतीय जल, वायु व थल सेना कई गुना ताकतवर हो गयी है. उन्होंने बताया कि 1971 के युद्ध से कुछ दिन पहले उन्हें ईस्टर्न कमांड से वेस्टर्न सेक्टर में तैनात किया गया था. इंजीनियरिंग ग्रुप के लेफ्टिनेंट कर्नल केवी नायर और उनके साथियों के जिम्मे खतरनाक काम सौंपा गया था. पाकिस्तान में बिछाये गये विस्फोटक को ढूंढना आैर नष्ट करना था. इसके साथ एक ऐसा रोड (ट्रैफिक सिगनल के साथ) तैयार करना था, जिसके माध्यम से भारतीय सेना सुरक्षित अपनी टुकड़ी लेकर दुश्मन के क्षेत्र में जाकर हमला करे. पंजाब के फिरोजपुर मुख्यालय से अपने साथियों के साथ मिलकर लेफ्टिनेंट नायर भारतीय फौज से पहले पाकिस्तान सीमा में घुसकर मिशन फतह में लग गये थे. उनके इस अभियान को वायु सेना कवर फायर दे रही थी. बिना हथियार के वे लोग पाकिस्तानी सीमा में घुसे थे. उस वक्त दिल और दिमाग में एक ही बात घूम रही थी कि जिसके लिए सेना में भरती हुए थे, वह वक्त आ गया है. उस वक्त संचार के माध्यम उतने बेहतर नहीं थे, जिसके कारण केरल में माता-पिता से भी संपर्क टूट गया था. उन्होंने कहा कि आज यदि जंग का एलान हाे जाये आैर उन्हें माैका मिले, ताे वे भारत मां की रक्षा के लिए निकल पड़ेंगे.

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