स्टील इंडस्ट्री संकट में टाटा स्टील भी प्रभावित

जमशेदपुर: स्टील इंडस्ट्री की स्थिति बहुत नाजुक दौर में है. ऐसे में टाटा स्टील जैसी कंपनियां भी सरवाइव कर रही है. शुक्रवार को हुई टाटा स्टील की जेसीसीएम बैठक में प्रबंध निदेशक समेत वरीय पदाधिकारियों ने अपनी बातें रखी. इसमें कंपनी के विभागों व कंपनी स्तर पर रिस्क की चर्चा हुई. टाटा स्टील के प्रबंध […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2015 7:49 AM
जमशेदपुर: स्टील इंडस्ट्री की स्थिति बहुत नाजुक दौर में है. ऐसे में टाटा स्टील जैसी कंपनियां भी सरवाइव कर रही है. शुक्रवार को हुई टाटा स्टील की जेसीसीएम बैठक में प्रबंध निदेशक समेत वरीय पदाधिकारियों ने अपनी बातें रखी. इसमें कंपनी के विभागों व कंपनी स्तर पर रिस्क की चर्चा हुई. टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने कहा कि स्टील मार्केट (इंडस्ट्री, बिजनेस) काफी खराब दौर से गुजर रहा है. इससे टाटा स्टील भी अछूता नहीं है. हालांकि टाटा स्टील खुद को घाटा से बचा पाने में कामयाब रही है. अगर बाजार ऐसा ही रहा, तो कंपनी संकट में पड़ सकती है.
इन परिस्थितियों में भी टाटा स्टील सीएसआर में कटौती नहीं करते हुए समाज हित में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि इंप्रुवमेंट, कॉस्ट कंट्रोल, इनोवेशन, न्यू प्रोस्क्ट्स पर बेहतर ध्यान देने और मिल जुलकर चुनौती का सामना करने की आवश्यकता है. रिस्क मैनेजमेंट की प्रमुख स्वास्तिका बासु ने माइंस, स्टील प्रोडक्शन समेत अन्य की जानकारी दी. बताया गया कि 2003 के दाम पर अभी बाजार में स्टील बेचा जा रहा है. बैठक में टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन, सुनील भाष्करण, एस डी त्रिपाठी, डॉ जी रामदास, यूनियन अध्यक्ष आर रवि, महामंत्री बीके डिंडा, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी, उपाध्यक्ष अरविंद पांडेय, शिवेश वर्मा, शहनवाज आलम समेत अन्य उपस्थित थे.
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