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राज्य में 18 हजार शक्षिक होंगे बहाल

राज्य में 18 हजार शिक्षक होंगे बहाल – डीबीएमएस इंगलिश स्कूल के गोल्डेन जुबिली समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री, कहा – राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में आगे ले जाने की प्रतिबद्धता जतायी संवाददाता, जमशेदपुर राज्य में सरकारी शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए सरकार कार्य कर रही है. इसके लिए करीब 18 हजार शिक्षकों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2015 6:56 PM

राज्य में 18 हजार शिक्षक होंगे बहाल – डीबीएमएस इंगलिश स्कूल के गोल्डेन जुबिली समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री, कहा – राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में आगे ले जाने की प्रतिबद्धता जतायी संवाददाता, जमशेदपुर राज्य में सरकारी शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए सरकार कार्य कर रही है. इसके लिए करीब 18 हजार शिक्षकों की नये सिरे से बहाली होगी. राज्य में 28,000 शिक्षकों को बहाल किया जाना था. इसमें से करीब 10,000 शिक्षकों को बहाल कर लिया गया है. अब जल्द ही 18,000 शिक्षकों की बहाली के लिए अधिसूचना जारी की जायेगी. उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. वे सोमवार को डीबीएमएस इंगलिश स्कूल के गोल्डेन जुबिली समारोह बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी जल्द दूर हो जायेगी. बीआइटी सिंदरी का गौरव होगा वापस, अॉटोनॉमस बॉडी बनाने की पहल कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि राज्य उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा है. इसमें सुधार लाने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है. एमआइटी के साथ सरकारी स्तर पर बातचीत की जा रही है. सबकुछ ठीक रहा, तो एमआइटी झारखंड पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि बीआइटी सिंदरी का नाम पूरे देश में है, लेकिन कुछ वर्षों से यह दूसरे संस्थानों के मुकाबले पिछड़ रहा है. इसके गौरव को वापस लाने का प्रयास किया जायेगा. बीआइटी सिंदरी को अॉटोनॉमस बॉडी बनाये जाने पर काम किया जा रहा है. 9वीं व 10वीं में बच्चों को स्किल्ड बनायेंगेमुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को स्किल्ड बनाने की दिशा में सरकार काम करने जा रही है. अब 9 वीं व 10 वीं में बच्चों को स्कूल स्तर पर स्किल्ड बनाया जायेगा. बताया कि राज्य में स्किल्ड झारखंड अभियान की शुरुआत होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस दिशा में गंभीर हैं.अब बोरा-चट्टी पर नहीं बैठेंगे छात्रसीएम ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि अगले साल (2016) राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में बैंच व डेस्क उपलब्ध कराया जायेगा. अब बच्चों को बोरा या चटाई पर बैठकर पढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी. उन्हें बेंच व डेस्क पर बैठाया जायेगा. इसके लिए सरकार ने गोदरेज कंपनी के साथ करार किया है. इसके साथ ही कई प्राइवेट कंपनियों से सीएसआर एक्टिविटी के तहत स्कूलों में बेंच डेस्क देने को कहा गया है.शिक्षा से आती है समझदारी उन्होंने कहा कि शिक्षा बेहद जरूरी है. शिक्षा से ही समझदारी आती है अौर समझदारी से ही ईमानदारी आती है. समझदारी अौर ईमानदारी आने से राज्य का विकास होगा. उन्होंने कहा कि विकास सिर्फ सरकार के चाहने से नहीं, बल्कि हर एक इंडिविजुअल के प्रयास से होगा.

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