इस दौरान सबों ने मुख्यमंत्री को कहा कि पिछले 22 साल से शिक्षकों को प्रोमोशन नहीं मिल पाया है, इसके साथ ही पिछले 15 साल से शिक्षकों का स्थानांतरण भी नहीं किया गया है. गांव में बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक लंबे अरसे से गांव में ही पढ़ा रहे हैं, जबकि शहरों में शिक्षकों की यूनिट से ज्यादा शिक्षक प्रतिनियोजन पर काम कर रहे हैं. ग्रेड 2,ग्रेड 3 अौर ग्रेड 4 के शिक्षकों के प्रोमोशन का मामला लटका हुआ है.
इस दौरान बताया गया कि अगर शिक्षकों का प्रोमोशन नहीं हो पाया तो ऐसे शिक्षक जो छठी से आठवीं क्लास तक में बहाल होंगे वे बहाल होते ही उन शिक्षकों से सीनियर हो जायेंगे जो वर्षों से स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे थे.
यह उनके साथ अन्याय होगा. इस पर सीएम डीसी डॉ अमिताभ कौशल को फोन कर पूरी स्थिति की जानकारी ली अौर जल्द ही इस मामले को निबटाने का आदेश दिया. इसके साथ ही शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर कहा गया कि पूर्व में ही डीसी की अोर से स्थानांतरण को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी थी. सीएम के आदेश पर प्रधान सचिव से स्पेशल अॉर्डर प्राप्त कर स्थानांतरण करने की योजना बनायी गयी थी, लेकिन यह ठंडे बस्ते में चली गयी. इस मामले को लेकर एक बार फिर सीएम से 15 वर्षों से लंबित स्थानांतरण की मांग की गयी है. मौके पर संघ के सत्यजीत सीट, सुधांशु शेखर, बासब नायक, शक्तिपद दास, बादल चंद्र गिरी, सच्चिदानंद सतपती उपस्थित थे.