युवतियों को नौकरी देने से कंपनियां कर रहीं परहेज
जमशेदपुर : नियोजनालय में लगे रोजगार मेला व भरती कैंप से मिले आंकड़े के मुताबिक कंपनियां युवतियों को नौकरी देने से कतरा रही हैं. युवतियों के पास डिग्री और योग्यता होने के बाद भी उनका चयन नहीं हो पा रहा है. इससे शिक्षित युवतियों का मनोबल गिर रहा है. जमशेदपुर स्थित अवर प्रादेशिक नियोजनालय के […]
जमशेदपुर : नियोजनालय में लगे रोजगार मेला व भरती कैंप से मिले आंकड़े के मुताबिक कंपनियां युवतियों को नौकरी देने से कतरा रही हैं. युवतियों के पास डिग्री और योग्यता होने के बाद भी उनका चयन नहीं हो पा रहा है. इससे शिक्षित युवतियों का मनोबल गिर रहा है. जमशेदपुर स्थित अवर प्रादेशिक नियोजनालय के सहायक निदेशक शशि भूषण झा ने बताया कि कंपनियां लगातार भरती कैंप लगा रही हैं. वहीं रोजगार मेला भी लग रहा है. इस दौरान देखा गया है कि कंपनियां युवतियों का चयन करने से कतरा रहीं हैं.
वर्ष 2015 में आयोजित भर्ती कैंप और रोजगार मेला में 1678 युवकों का चयन हुआ. वहीं इस दौरान मात्र 31 युवतियों का ही चयन किया गया. जबकि 2014 व 2013 में 200 से अधिक युवतियों का चयन किया गया था. श्री झा ने बताया कि युवतियों का चयन नहीं होना समाज के लिए अच्छा संकेत नहीं है.
हाल के दिनों में भर्ती कैंप में आयी एक कंपनी के अधिकारी ने बताया कि मैनेजमेंट महिला कर्मचारी को चयन से कतरा रही है. उन्हें लगता है कि महिलाओं का चयन कंपनी के लिए ज्यादा हितकर नहीं है. एचआर विभाग के पदाधिकारी भी पुरुष कर्मचारी का चयन को लाभदायक बता रहे हैं.