टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टिनप्लेट जैसी कंपनियों की चुनौतियां बढ़ी
टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टिनप्लेट जैसी कंपनियों की चुनौतियां बढ़ीटाटा स्टील ने जहां कलिंगानगर प्रोजेक्ट शुरू किया, लेकिन आर्थिक मोरचे पर कंपनी लगातार परेशानी में रही. चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में टाटा स्टील का रिजल्ट ठीक रहा, लेकिन हर बार नुकसान का आंकड़ा बढ़ता चला गया. इसे नियंत्रित करने के लिए कई जरूरी […]
टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टिनप्लेट जैसी कंपनियों की चुनौतियां बढ़ीटाटा स्टील ने जहां कलिंगानगर प्रोजेक्ट शुरू किया, लेकिन आर्थिक मोरचे पर कंपनी लगातार परेशानी में रही. चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में टाटा स्टील का रिजल्ट ठीक रहा, लेकिन हर बार नुकसान का आंकड़ा बढ़ता चला गया. इसे नियंत्रित करने के लिए कई जरूरी कदम उठाये गये. वहीं टाटा मोटर्स जैसी कंपनियों के समक्ष भी कई सारी चुनौतियां आयी. उनके वाहनों के कारोबार में साल की शुरुआत में काफी खराब रहे, लेकिन अप्रैल से लेकर अगस्त तक कुछ हालात में सुधार हुए. सितंबर माह से फिर से खराब होने लगे. इस बीच टाटा मोटर्स में बेहतर बोनस समझौता किया गया. यही हालात टिनप्लेट कंपनी की भी रही. इस तरह केबुल कंपनी के कर्मचारी एक बार फिर से आशान्वित हुए. कर्मचारियों में आशा जगा कि कंपनी अब खुलेगं, लेकिन वह भी निराशा में तब्दील हो गयी.