परिवार के साथ पिकनिक, जिंदगी के सुनहरे पल, उमा 6-9

परिवार के साथ पिकनिक, जिंदगी के सुनहरे पल, उमा 6-9-हुडको डैम में दोस्तों के परिजन संग जुटे यूथ संवाददाता, जमशेदपुर वर्ष 2015 के अंतिम दिन गुरुवार को टेल्को स्थित हुडको डैम पर परिवारों, दोस्तों गुटों और जोड़ों का जमावड़ा रहा. यहां की हरियाली और साफ परिवेश लोगों को पिकनिक के लिए आकर्षित करती है. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2015 10:40 PM

परिवार के साथ पिकनिक, जिंदगी के सुनहरे पल, उमा 6-9-हुडको डैम में दोस्तों के परिजन संग जुटे यूथ संवाददाता, जमशेदपुर वर्ष 2015 के अंतिम दिन गुरुवार को टेल्को स्थित हुडको डैम पर परिवारों, दोस्तों गुटों और जोड़ों का जमावड़ा रहा. यहां की हरियाली और साफ परिवेश लोगों को पिकनिक के लिए आकर्षित करती है. इस दौरान यहां टाटा मोटर्स के कर्मचारियों का ग्रुप भी पिकनिक का लुत्फ लेने पहुंचा. जिसमें भूपेंद्र सिंह, संदीप गोयल, लेखराज सिंह, प्रताप सिंह, दयानंद मिश्रा, प्रवीण यादव सपरिवार मौजूद थे. सबों ने सामूहिक पिकनिक का आनंद लिया. इस दौरान सामूहिक भोजन तो हुआ ही साथ ही क्रिकेट खेलकर नववर्ष की यादों को संजाेया गया. सभी ने एक दूसरे के साथ बीते दिनों की बातें साझा कीं. सबों ने बताया कि वे कई वर्षों से साथ में काम कर रहे हैं और जरूरत के वक्त में एक दूसरे के लिए तन-मन-धन से साथ रहते हैं. उन्होंने बताया कि साल भर उन्होंने जी तोड़ मेहनत की, थक कर चूर हो गये. जीवन में नयापन अौर एक ताजगी को लेकर ही सभी यहां जुटे अौर खूब एंजॉय किया. ———पुलिस की थी बेहतर व्यवस्था हुडको डैम में सुरक्षा के मद्देनजर टेल्को थाना की अोर से फोर्स तैनात की गयी है. ये जवान यहां टेंट लगाकर सुबह से शाम तक निगरानी कर रहे हैं. इसके अलावा पुलिस की टीम गश्ती भी कर रही है. समुचित पार्किंग की व्यवस्था भी की गयी है. ——-हुडको डैम में नहीं है शौचालय, महिलाअों को हो रही है परेशानी जब गुरुवार को प्रभात खबर की टीम हुडको डैम पहुंची एक चौंकाने वाली बात सामने आयी. दरअसल देखा गया कि कुछ महिलाएं बार-बार गार्ड के पास जातीं और कुछ पूछ कर वापस लौट आतीं, उत्सुकतावश जब इसका कारण जाने की कोशिश की गयी तो पता चला कि हुडको डैम में महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है और ऐसे में महिलाओं को संकोचवश मजबूर होकर खुले में शौच करनी पड़ती है. बताया गया कि पार्क की देख-रेख टाटा मोटर्स द्वारा की जाती है, लेकिन इसके बावजूद महिलाअों यहां एक भी महिला शौचालय नहीं बनवाया गया है.

Next Article

Exit mobile version