लक्ष्मी लाडली योजना पर संकट के बादल (अशोक 1)

लक्ष्मी लाडली योजना पर संकट के बादल (अशोक 1) – पोस्ट ऑफिस ने 10 साल के राष्ट्रीय बचत पत्र जारी करने पर रोक लगाया- जिला समाहरणालय में समाज कल्याण पदाधिकारी रंजना मिश्रा ने की बैठक मुख्य बातें – मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में जिले का टारगेट पूरा – रिमांड होम को नहीं मिला आवंटन – 2.25 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2016 10:03 PM

लक्ष्मी लाडली योजना पर संकट के बादल (अशोक 1) – पोस्ट ऑफिस ने 10 साल के राष्ट्रीय बचत पत्र जारी करने पर रोक लगाया- जिला समाहरणालय में समाज कल्याण पदाधिकारी रंजना मिश्रा ने की बैठक मुख्य बातें – मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में जिले का टारगेट पूरा – रिमांड होम को नहीं मिला आवंटन – 2.25 लाख की लागत से खरीदे गये विकलांग यंत्र – स्कूलों में जगह रहने पर खोला जायेगा आंगनबाड़ी केंद्र – 1722 केंद्र में मात्र 604 का भवन – कन्यादान में 100 लाभुक तैयार – स्वामी विवेकानंद में पेंशन भुगतान के लिए मांगा गया सरकार से आवंटन- जिल के कई प्रखंडों में सीडीपीओ का पद रिक्त संवाददाता, जमशेदपुरलक्ष्मी लाडली योजना पर संकट का बादल छा गये हैं. पोस्ट ऑफिस ने 12 दिसंबर से 10 साल के राष्ट्रीय बचत पत्र जारी करने पर रोक लगा दी है. इससे सरकार की लक्ष्मी लाडली योजना के नव चयनित 450 लाभुकों को लाभ देने में परेशानी हो सकती है. डाकघर से 10 साल का राष्ट्रीय बचत पत्र देने से इनकार किये जाने से नव चयनित लक्ष्मी लाडली योजना के लाभुकाें सहित 1360 लाभुकों के लिए 81 लाख रुपये का एनएससी अब तक नहीं मिल पाया है. इसकी जानकारी मंगलवार को जिला समाहरणालय में बैठक के दौरान विभिन्न प्रखंडों की सीडीपीओ ने समाज कल्याण पदाधिकारी रंजना मिश्रा को दी. रंजना मिश्रा ने पूरे मामले पर वरिष्ठ डाक अधीक्षक और सरकार को अवगत कराने की बात कही. लक्ष्मी लाडली योजना के तहत बच्ची के जन्म पर लाभुकों को छह हजार रुपये का 10 साल का राष्ट्रीय बचत पत्र खरीदा जाता है. छह साल तक पांच-पांच हजार के बचत पत्र खरीदे जाते हैं. लाभुक को समाज कल्याण विभाग राष्ट्रीय बचत पत्र की कापी मुहैया कराता है. 18 साल की उम्र का होने पर ही बचत पत्र लाभुक को सौंपा जाता है. सोमवार को जब सीडीपीओ बचत पत्र खरीदने गयी, तो डाकघर ने बचत पत्र देने से इनकार कर दिया. ——————-लक्ष्मी लाडली में मांगी और रकम समाज कल्याण विभाग ने नये 450 लाभुकों का चयन किया है. अब इन लाभुकों के नाम पर अंतिम मुहर डीडीसी विनोद कुमार की अध्यक्षता वाली सैंक्शन कमेटी लेगी. वित्तीय वर्ष 11-12 तक के 2911 लाभुक और 12-13 तक के 2700 लाभुकों को किश्त की राशि दी जानी है.

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