टाटा स्टील: अब तक वार्ता शुरू नहीं हुई, अब एलटीसी का समझौता लटका
जमशेदपुर: टाटा स्टील के कर्मचारियों का एलटीसी एक जनवरी 2016 से बकाया हो गया है. इसके लिए टाटा वर्कर्स यूनियन (टीडब्ल्यूयू) नेतृत्व को कंपनी प्रबंधन से बातचीत करनी थी, लेकिन अब तक कोई ठोस वार्ता नहीं की है. यूनियन अगर देर करती है तो कर्मचारियों को एरियर नहीं मिलेगा, ऐसे में उनको काफी नुकसान उठाना […]
जमशेदपुर: टाटा स्टील के कर्मचारियों का एलटीसी एक जनवरी 2016 से बकाया हो गया है. इसके लिए टाटा वर्कर्स यूनियन (टीडब्ल्यूयू) नेतृत्व को कंपनी प्रबंधन से बातचीत करनी थी, लेकिन अब तक कोई ठोस वार्ता नहीं की है. यूनियन अगर देर करती है तो कर्मचारियों को एरियर नहीं मिलेगा, ऐसे में उनको काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
पिछला समझौता एक जनवरी 2012 से 31 दिसंबर 2015 तक के लिए (दो वर्ष) था. दो ब्लॉक वर्ष के लिए 21 हजार और 23 हजार रुपए एलटीसी तय किया गया था. यह समझौता रघुनाथ पांडे के कार्यकाल में ही हुआ था. एक ब्लॉक वर्ष के लिए एक कर्मचारी को 21 हजार या 23 हजार की राशि मिली थी. दो ब्लॉक वर्ष के लिए कर्मचारी पैसा उठा चुके हैं.
एक जनवरी से फिर कर्मचारियों का एलटीसी बकाया हो गया है और कर्मचारी एक अप्रैल से एलटीसी उठा सकेंगे. लेकिन, उसके पहले टाटा वर्कर्स यूनियन को समझौता करना होगा. इसमें 21 हजार रुपए टी ग्रेड और 23 हजार रुपए आर ग्रेड और पुराने ग्रेड के कर्मचारियों के लिए था. रघुनाथ पांडे के समझौते से पहले एलटीसी 12 हजार और 15 हजार रुपए थे. उनसे पहले आरबीबी सिंह ने एलटीसी पर समझौता किया था.