शक्षिक बन गये, लेकिन मनरेगा का अभिलेख जमा नहीं किया
शिक्षक बन गये, लेकिन मनरेगा का अभिलेख जमा नहीं किया- बहरागोड़ा में 3 से 31 दिसंबर तक का 27 लाख रुपये मजदूरी बकाया- एनइपी की निदेशक ने किया बहरागोड़ा का दौरावरीय संवाददाता, जमशेदपुरएनइपी की निदेशक रंजना मिश्रा ने बुधवार को बहरागोड़ा प्रखंड का दौरा किया. इस दौरान रोजगार सेवकों के साथ बैठक कर मनरेगा समेत […]
शिक्षक बन गये, लेकिन मनरेगा का अभिलेख जमा नहीं किया- बहरागोड़ा में 3 से 31 दिसंबर तक का 27 लाख रुपये मजदूरी बकाया- एनइपी की निदेशक ने किया बहरागोड़ा का दौरावरीय संवाददाता, जमशेदपुरएनइपी की निदेशक रंजना मिश्रा ने बुधवार को बहरागोड़ा प्रखंड का दौरा किया. इस दौरान रोजगार सेवकों के साथ बैठक कर मनरेगा समेत अन्य योजनाअों की समीक्षा की. इस दौरान पता चला कि एक रोजगार सेवक ने दुमका से शिक्षक में ज्वाइन किया है और एक अन्य ने बोड़ाम में. दोनों ने मनरेगा की योजनाअों का अभिलेख जमा नहीं किया है. इसके लिए दोनों से पत्राचार करने का निर्देश दिया गया. दोनों रोजगार सेवकों के चले जाने के कारण दोनों पंचायत में मनरेगा के काम की इंट्री नहीं हो पायी है. इसके कारण पूरे प्रखंड में 16 सौ मजदूरों की एमआइएस में इंट्री की गयी. एक-दो दिनों में 21- बाइस सौ मजदूरों के काम में लगने की इंट्री होने का भरोसा दिया गया. समीक्षा में मानुषमुड़िया, मुटुरखाम समेत तीन पंचायत में सौ से ज्यादा मजदूर के काम में लगे होने की बात सामने आयी. निदेशक ने उपायुक्त की ओर से मार्च तक 10 हजार मानव दिवस का लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया. बैठक में यह बात सामने आयी कि रांची स्थित नोडल बैंक से राशि एफटीअो से स्थानांतरित नहीं करने के कारण 8 से 31 दिसंबर तक के 27 लाख की मजदूरी भुगतान लंबित है. निदेशक ने तत्काल एलडीएम से बात कर इसका समाधान निकालने को कहा. आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए चावल का उठाव नहीं होने की जानकारी मिलने पर एमअो को उठाव करने का निर्देश दिया. विकलांग प्रोत्साहन भत्ता के योग्य लाभुक न छूटे और किसी की राशि वापस न जाये इसकी व्यवस्था करने का निर्देश दिया.