सुधरेगा वनों पर आश्रित लोगों का जीवनस्तर

सुधरेगा वनों पर आश्रित लोगों का जीवनस्तर – वन उत्पादों की मार्केटिंग से होगा अधिक धनोपार्जन – ऐसे लोगों को ट्रेनिंग देकर तैयार करेगा वन विभाग – जंगल बचाओ कमेटी से ली जा रही मदद वरीय संवाददाता, जमशेदपुरपेड़-पौधे से बने उत्पादों जीविकोपार्जन करने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर करने के लिए उनके उत्पादों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2016 7:52 PM

सुधरेगा वनों पर आश्रित लोगों का जीवनस्तर – वन उत्पादों की मार्केटिंग से होगा अधिक धनोपार्जन – ऐसे लोगों को ट्रेनिंग देकर तैयार करेगा वन विभाग – जंगल बचाओ कमेटी से ली जा रही मदद वरीय संवाददाता, जमशेदपुरपेड़-पौधे से बने उत्पादों जीविकोपार्जन करने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर करने के लिए उनके उत्पादों की मार्केटिंग (प्रचार-प्रसार) की जायेगी. इसके लिए कोल्हान के जंगलों में या आसपास रहने वाले लोगों को वन विभाग की ओर से खासतौर पर ट्रेनिंग दी जा रही है. साथ ही बेहतर उत्पाद तैयार करने के लिए उन्हें मशीनरी उपलब्ध करायी जा रही है. इसके लिए फंड उपलब्ध कराया गया है. जंगल बचाने के लिए गठित कमेटी से इस कार्य में मदद ली जा रही है. शाल पत्ता का व्यवसाय में काफी संभावनाएंसारंडा जंगल को शाल पेड़ के लिए जाना जाता है. शाल पत्ते से बने पत्तल का व्यवसाय में काफी संभावनाएं हैं. शाल पत्ता से बेहतर पत्तल बनाने की प्रक्रिया अपनायी जा रही है. पत्तल व्यवसाय से जुड़े लोगों को इस कार्य में लगाया जायेगा, ताकि इनका विकास हो सके. उनके वन उत्पादों का संवर्धन हो सके. इसके साथ पत्ता का भंडारण कहां से करना है. इसकी जानकारी भी दी जायेगी. चाकुलिया के बांस से तैयार होंगे कई उत्पादचाकुलिया को बांस के उत्पादन के लिए जाना जाता है. यहां के बांस से कई उत्पाद तैयार किये जायेंगे. बांस से बंबू चटाई से लेकर नये सजावट के सामान बनाने की ट्रेनिंग लोगों को दी जायेगी. ज्वाइंट फॉरेस्ट मैनेजमेंट के जरिये यह विकास का काम किया जायेगा. बाजार उपलब्ध होने से बढ़ेगा स्वावलंबन : आरसीसीएफआरसीसीएफ शशिनंद क्यूलियार ने बताया वनों में रहने वाले लोग अक्सर वन उत्पादों पर निर्भर होते हैं. उनके उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग नहीं होने से उन्हें उचित कीमत नहीं मिल पाता है. उनकी आजीविका को लेकर यह कदम उठाया जा रहा है.

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