रात 11 बजे के बाद होटल-दुकान खुलने पर लगी रोक

रात 11 बजे के बाद होटल-दुकान खुलने पर लगी रोकफ्लैग :::उपायुक्त ने सोनारी, कदमा, साकची, स्टेशन, गोलमुरी आदि क्षेत्रों का किया निरीक्षण-श्रम कानून के तहत की गयी कार्रवाई-होटलों-दुकानों के देर रात तक खुले रहने से पेट्रोलिंंग में हो रही थीं दिक्कतें वरीय संवाददाता, जमशेदपुरजिला प्रशासन ने साकची कालीमाटी रोड, स्टेशन गोलचक्कर के नजदीक समेत शहर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2016 12:03 AM

रात 11 बजे के बाद होटल-दुकान खुलने पर लगी रोकफ्लैग :::उपायुक्त ने सोनारी, कदमा, साकची, स्टेशन, गोलमुरी आदि क्षेत्रों का किया निरीक्षण-श्रम कानून के तहत की गयी कार्रवाई-होटलों-दुकानों के देर रात तक खुले रहने से पेट्रोलिंंग में हो रही थीं दिक्कतें वरीय संवाददाता, जमशेदपुरजिला प्रशासन ने साकची कालीमाटी रोड, स्टेशन गोलचक्कर के नजदीक समेत शहर के अन्य क्षेत्रों में रात ग्यारह बजे के बाद दुकान-होटल खुलने पर रोक लगा दी है. शुक्रवार की देर रात उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल ने सोनारी, कदमा, साकची, स्टेशन, गोलमुरी आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया. और साकची व स्टेशन गोलचक्कर के नजदीक के खुले हुए होटल व दुकानों को बंद करा दिया. उपायुक्त ने बताया कि श्रम कानून के तहत रात दस बजे तक ही खाने के होटल व दुकान खुलने का नियम है, लेकिन एक घंटे की छूट देते हुए रात ग्यारह बजे तक खुले रखने का समय दिया गया है. पेट्रोलिंग का किया मुआयनानियम के तहत शराब की दुकानें रात ग्यारह बजे तक ही खुल सकती हैं, पर निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने एक शराब की दुकान को ग्यारह बजे के बाद भी खुला पाया. इसके बाद उन्हाेंने आबकारी विभाग के सहायक उत्पाद आयुक्त कार्रवाई के आदेश दिये. उपायुक्त ने बताया कि वे मुख्य रूप से पेट्रोलिंग की जांच करने के लिए निकले थे. पर इसी दौरान देर रात तक दुकान और खाने के हाेटल खुले रहने के कारण पेट्रोलिंग में समस्या होने की बात सामने आयी. जिसके बाद उक्त निर्णय लिया गया. पेट्रोलिंग की स्थिति से एसएसपी को अवगत करा दिया गया है. उन्होंने बताया कि एक ही समय में सभी स्कूलों की छुट्टी होने के कारण जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है. आसपास के स्कूलों को कुछ अंतराल में छुट्टी देने के मुद्दे को देखने के लिए सिटी एसपी को कहा गया है. —————–देर रात तक काम करने वालों को परेशानी, यात्रियों को भी दिक्कतरात 11 बजे के बाद होटल-दुकानों के बंद होने से सेकेंड शिफ्ट में काम करने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. स्टेशन गोलचक्कर के नजदीक के होटल-ढाबों को बंद करने के निर्णय से ट्रेन से यात्रा कर लौटने वालों को भी रात भर भूखे रहना पड़ेगा. लोगों का कहना है कि क्राइम-विधि व्यवस्था को लेकर कोई समस्या है तो प्रशासन पुलिस को मुस्तैद करे अौर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करे. पर इस तरह होटलों और दुकानों को बंद कराने से आम लोगों की परेशानी बढ़ेगी.

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