दिखावा नहीं, दिल से करें मदद (हैरी की तसवीर आयेगी)

दिखावा नहीं, दिल से करें मदद (हैरी की तसवीर आयेगी)साकची अंजुमन बहार ए इसलाम का तीन दिवसीय जलसा संपन्न (फ्लैग)उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर मक्का मसजिद के इमाम माैलाना मंजर माेहसीन ने कहा कि किसी की मदद करनी है ताे दिल से कराे, किसी भी प्रकार का दिखावा मत करो. पैगंबर साहिब ने पीड़ित, शाेषिताें की मदद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2016 9:40 PM

दिखावा नहीं, दिल से करें मदद (हैरी की तसवीर आयेगी)साकची अंजुमन बहार ए इसलाम का तीन दिवसीय जलसा संपन्न (फ्लैग)उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर मक्का मसजिद के इमाम माैलाना मंजर माेहसीन ने कहा कि किसी की मदद करनी है ताे दिल से कराे, किसी भी प्रकार का दिखावा मत करो. पैगंबर साहिब ने पीड़ित, शाेषिताें की मदद की, भटके हुए काे रास्ता दिखाया. हमें भी ऐसा काम करें, तभी हम उनके माननेवाले कहलायेंगे. मौलाना मंजर मोहसीन अंजुमन बहार ए इसलाम के बैनर तले साकची में आयोजित जलसे के समापन समाराेह काे संबाेधित कर रहे थे. पैगंबर हजरत माेहम्मद सअ. के जन्मदिवस का माह ईद मिलादुनबी के अवसर पर यह जलसा आयोजित था. साकची पत्ता मार्केट में आयोजित समाराेह का संचालन संयाेजक हासिम नवाज जमशेदपुर व आेड़िशा से आये हासिबुर रहमान ने किया. इस अवसर पर तिलावत ए कलाम पाक बारी मसजिद के इमाम कारी अब्दुल जब्बार ने पढ़ी. जलसे में नात इबरार कैसर आैरंगाबादी आैर आेड़िशा से ताैफिक रजा ने पढ़ी. छाेटी बच्ची मुस्कान साबरीन ने तकरीर करते हुए कहा कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना. हम सभी काे एक-दूसरे की मदद करते हुए अल्लाह की इबादत में लगे रहना है. काेलकाता से आये माैलाना अफजल हुसैन ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हर परिवार काे अपनी जिम्मेदारियां का निर्वाह करना चाहिए. आयाेजन काे सफल बनाने में अध्यक्ष हसीन अहमद, सचिव आफताब आलम, संरक्षक हैदर आलम, नाैशाद आलम, माेहम्मद जावेद, गुलाम माैला, माेहम्मद सलीम, अताउर रहमान, कुदरतुल्लाह खान, फिराेज खान ने भूमिका निभायी.

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