बेटे नोटिस नहीं लें, तो घर पर चिपका दें

बेटे नोटिस नहीं लें, तो घर पर चिपका दें- वरिष्ठ नागरिक के ट्रिब्यूनल में द्वितीय पक्ष नहीं पहुंचा, सात मामलों में नहीं हुई सुनवाई- 20 जनवरी को होगी अगली सुनवाईवरीय संवाददाता, जमशेदपुरवरिष्ठ नागरिकों को गुजारा भत्ता, न्याय दिलाने के लिए गठित ट्रिब्यूनल ने सोमवार को सात मामलों की सुनवाई की. द्वितीय पक्ष के नहीं आने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2016 9:47 PM

बेटे नोटिस नहीं लें, तो घर पर चिपका दें- वरिष्ठ नागरिक के ट्रिब्यूनल में द्वितीय पक्ष नहीं पहुंचा, सात मामलों में नहीं हुई सुनवाई- 20 जनवरी को होगी अगली सुनवाईवरीय संवाददाता, जमशेदपुरवरिष्ठ नागरिकों को गुजारा भत्ता, न्याय दिलाने के लिए गठित ट्रिब्यूनल ने सोमवार को सात मामलों की सुनवाई की. द्वितीय पक्ष के नहीं आने के कारण सातों मामलों में सुनवाई नहीं हो सकी. सुनवाई की अगली तिथि 20 जनवरी तय की गयी है. एक मामले में आवेदक के बीमार व टीएमएच में इलाजरत होने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के समक्ष सात मामले के आवेदक उपस्थित हुए. द्वितीय पक्ष के उपस्थित नहीं होने (एक मामले में अधिवक्ता जानकारी लेने पहुंचे थे) पर आवेदक सीनियर सिटीजन ने बताया कि उनका बेटा नोटिस नहीं ले रहा है. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि दो पड़ोसियों की मौजूदगी में नोटिस को घर के दरवाजे पर चिपका दिया जायेगा अौर उसके बाद भी द्वितीय पक्ष उपस्थित नहीं होता है, तो एकतरफा फैसला सुनाया जायेगा. एक वरिष्ठ नागरिक ने बताया कि वह फ्लैट के तीसरे तल्ले पर रहते हैं. आसपास के दोनों फ्लैट खाली है, ऐसी स्थिति में नोटिस कैसे लगाया जायेगा. रंजना मिश्रा ने कहा कि फ्लैट में प्रवेश करने वाले गेट के स्थान पर सोसाइटी के अध्यक्ष व सचिव की मौजूदगी में नोटिस चिपकाया जायेगा. एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा कि उनके चार बच्चे हैं, लेकिन जिसे नौकरी, घर दिया वह नहीं देख रहा है अौर जो बेटा देखभाल कर रहा है उसकी आय अल्प है जिसके कारण उसे कठिनाई हो रही है. उसे घर पर कब्जा दिला दिया जाये तो समस्या का समाधान हो जायेगा.

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