पूर्वोत्तर भारत में इ-वेस्ट प्लांट लगे

पूर्वोत्तर भारत में इ-वेस्ट प्लांट लगे फ्लैग : एक्सएलआरआइ में इ-वेस्टज के निस्तारण पर सेमिनार, बोले श्रीकांत मोकासी-दो दिवसीय सेमिनार का अंतिम दिन आजलाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर पूर्वोत्तर भारत में इ-वेस्टेज के लिए अलग से प्लांट लगाने की जरूरत है, ताकि यहां के सारे तकनीक से जुड़े हुए इ-वेस्टेज का निस्तारण किया जा सके. यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2016 9:50 PM

पूर्वोत्तर भारत में इ-वेस्ट प्लांट लगे फ्लैग : एक्सएलआरआइ में इ-वेस्टज के निस्तारण पर सेमिनार, बोले श्रीकांत मोकासी-दो दिवसीय सेमिनार का अंतिम दिन आजलाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर पूर्वोत्तर भारत में इ-वेस्टेज के लिए अलग से प्लांट लगाने की जरूरत है, ताकि यहां के सारे तकनीक से जुड़े हुए इ-वेस्टेज का निस्तारण किया जा सके. यह बात टाटा स्टील के ग्रुप इनफॉरमेशन सर्विसेज के चीफ श्रीकांत मोकासी ने कही. श्री मोकासी बुधवार को एक्सएलआरआइ में इ-वेस्टेज के निस्तारण पर आयोजित दो दिवसीय सेमिनार के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे. ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर एक्सएलआरआइ यह सेमिनार आयोजित कर रहा है. इसमें आइआइटी खड़गपुर भी पार्टनर है. श्रीकांत मोकासी ने बताया कि टाटा स्टील जमशेदपुर से अपने इ-वेस्ट का निस्तारण पश्चिमी क्षेत्र में करती है. उद्घाटन अवसर पर ऑस्ट्रेलिया क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के जियोग्राफी प्लानिंग व इनवायरमेंट मैनेजमेंट की ओर से एंथोनी हैलोग, आइअाइटी खड़गपुर के डिपार्टमेंट ऑफ सिविल इंजीनियरिंग के ब्रजेश कुमार दुबे, एक्सएलआरआइ के डीन प्रणवेश रे और एक्सएलआरआइ के सीजीएमआरएल के चेयरमैन पिंगली वेणुगोपाल मौजूद थे. सेमिनार में इ-वेस्ट मैनेजमेंट पर रिसर्च पेपर भी पेश किया जायेगा. स्क्रैप डीलर को किया जायेगा प्रशिक्षत : प्रणवेश रेएक्सएलआरआइ के डीन प्रणवेश रे ने कहा कि एक्सएलआरआइ संस्थागत तौर पर लोगों को इ-वेस्ट की तकनीक के बारे में जानकारी देगी. इसके लिए लोकल स्क्रैप डीलर को भी प्रशिक्षित किया जायेगा. ताकि, उसका बेहतर तरीके से निस्तारण किया जा सके. वहीं, ग्लोबल मैनेजमेंट प्रोग्राम के छात्र मो बिलाल ने कहा कि कई लोग ऐसे हैं, जो उपकरणों को बेचकर पैसे कमाते हैं. लिहाजा, यह वेस्टेज बढ़ता जाता है और सही तरीके से इसका निष्पादन नहीं किया जा सकता है. निस्तारण को लेकर हुई चर्चासेमिनार में इ-वेस्ट के निस्तारण का रास्ता कैसे निकाला जायेगा और इसका लाभ लोगों तक कैसे पहुंचाया जायेगा. इसके लिए सबके सहयोग और समन्वय को बनाने के लिए समाज में किस तरह की जागरुकता लानी है, इस पर विस्तार से चर्चा की गयी. सेमिनार के अंतिम दिन गुरुवार को तकनीकी पेपर प्रस्तुत किये जायेंगे.

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