ग्रेटर जमशेदपुर के वस्तिारीकरण को आज मिलेगी मंजूरी
ग्रेटर जमशेदपुर के विस्तारीकरण को आज मिलेगी मंजूरी- बेलाजुड़ी से सीतारामपुर अौर कपाली से हल्दीपोखर तक 49 किमी क्षेत्र होगा शामिल- प्रस्ताव को स्टीयरिंग कमेटी के समक्ष किया जायेगा पेश वरीय संवाददाता, जमशेदपुरग्रेटर जमशेदपुर के 49 किलोमीटर विस्तारीकरण का प्रस्ताव सोमवार को उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल की अध्यक्षता वाली स्टीयरिंग कमेटी के समक्ष पेश किया […]
ग्रेटर जमशेदपुर के विस्तारीकरण को आज मिलेगी मंजूरी- बेलाजुड़ी से सीतारामपुर अौर कपाली से हल्दीपोखर तक 49 किमी क्षेत्र होगा शामिल- प्रस्ताव को स्टीयरिंग कमेटी के समक्ष किया जायेगा पेश वरीय संवाददाता, जमशेदपुरग्रेटर जमशेदपुर के 49 किलोमीटर विस्तारीकरण का प्रस्ताव सोमवार को उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल की अध्यक्षता वाली स्टीयरिंग कमेटी के समक्ष पेश किया जायेगा. जिला स्तरीय कमेटी से मंजूरी मिलने के बाद उसे नगर विकास विभाग के पास भेजा जायेगा. विभाग से मंजूरी मिलने के बाद ग्रेटर जमशेदपुर के विस्तारित रूप का मास्टर प्लान तैयार होगा. स्टीयरिंग कमेटी में उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल अध्यक्ष, एडीसी सुनील कुमार, आयडा के एमडी, टाटा मोटर्स के प्लांट हेड, जुस्को के एमडी, जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी, मानगो अक्षेस के विशेष पदाधिकारी, जुगसलाई नगर पालिका के विशेष पदाधिकारी, आदित्यपुर नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी सदस्य हैं. कंसल्टेंट कंपनी सुपीरियर ग्लोबल की ओर से कमेटी के समक्ष विस्तारीकरण में क्या-क्या होगा यह प्रदर्शित किया जायेगा. गत वर्ष भी कमेटी के समक्ष विस्तारीकरण के प्रस्ताव को कमेटी के पास प्रस्तुत किया गया था. तकनीकी कारणों से उसे मंजूरी नहीं मिली थी. अब इसे पुन: प्रस्तुत किया जा रहा है. सीतारामपुर तक क्षेत्र शामिल किये जाने के कारण सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन के समक्ष भी इसे पेश किया गया था.पूर्व में बना था 149 किमी का मास्टर प्लान जमशेदपुर. जेएनएनयूआरएम के तहत 2007 में जमशेदपुर अक्षेस, मानगो अक्षेस, जुगसलाई नगर पालिका, आदित्यपुर नगर पर्षद अौर शहर से सटे आठ सेंसेस गांव को मिला कर 149 किलोमीटर क्षेत्र का मास्टर प्लान बनाने की मंजूरी दी गयी थी. यह काम अमेरिकी कंपनी सुपीरियर ग्लोबल को दिया गया था. 2010 में कंपनी ने मास्टर प्लान सौंप दिया था. 2027 तक शहर की आबादी, शहरी यातायात व्यवस्था, सीवरेज सिस्टम, आवासीय कॉलोनी, मार्केट कॉम्प्लेक्स, अौद्योगिक प्रतिष्ठान ध्यान में रख कर ग्रेटर जमशेदपुर के मास्टर प्लान को तैयार किया गया था. इसे तकनीकी रूप से मंजूरी नहीं मिली थी. 2015 में नगर विकास विभाग ने 49 किमी को शामिल करने का निर्देश दिया था. पूर्व की योजना में 15 हजार करोड़ खर्च होने की अनुमानित लागत थी. जिसका मास्टर प्लान बनाने में डेढ़ करोड़ रुपये खर्च हुए थे.