स्पेशल परपस व्हिकल गठित
स्पेशल परपस व्हिकल गठितइलेक्ट्रोनिक मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर विकसित कर संचालन का लक्ष्य (फ्लैग)-आयडा : बोर्ड की बैठक में लिए गए कई निर्णय -एसपीवी में आयडा के एमडी होंगे चेयरमैन आदित्यपुर. औद्योगिक क्षेत्र में बनने वाले इलेक्ट्रोनिक मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर (इएमसी) को विकसित कर संचालित करने के लिए स्पेशल परपस व्हेकिल (एसपीवी) का गठन कर दिया गया है. […]
स्पेशल परपस व्हिकल गठितइलेक्ट्रोनिक मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर विकसित कर संचालन का लक्ष्य (फ्लैग)-आयडा : बोर्ड की बैठक में लिए गए कई निर्णय -एसपीवी में आयडा के एमडी होंगे चेयरमैन आदित्यपुर. औद्योगिक क्षेत्र में बनने वाले इलेक्ट्रोनिक मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर (इएमसी) को विकसित कर संचालित करने के लिए स्पेशल परपस व्हेकिल (एसपीवी) का गठन कर दिया गया है. इसके निदेशक मंडल में चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) समेत 11 सदस्य होंगे. इन 11 पदों में चार पदों पर सरकार व आयडा के प्रतिनिधि होंगे. शेष सात पदों पर इएमसी में उद्योग लगाने वाले उद्यमी होंगे. जिनका हर साल रोटेशन किया जायेगा. इएमसी के 51 उद्योग लगाये जायेंगे. इएमसी के एसपीवी में आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (आयडा) के एमडी चेयरमैन (एक्स ऑफिसियो) होंगे. आयडा के सचिव शुरू के पांच वर्षों के लिए एसपीवी के एमडी होंगे. पांच वर्षों के बाद एमडी का चयन एसपीवी बोर्ड करेगा. यह निर्णय आयडा की बोर्ड की रांची में हुई बैठक में लिया गया. यह जानकारी आयडा सचिव एसके दुदानी ने दी.इएसडीएम को एंकर यूनिट लाने का जिम्माश्री दुदानी ने बताया कि इएमसी स्थापित होने वाले एंकर यूनिट को नि:शुल्क लाने की जिम्मेदारी इएसडीएम नामक संस्था को सौंपी गयी है. यह काम पहले जिन्फ्रा को दिया गया था. वह नहीं कर पाया. इएमसी के आधारभूत संरचना का विकास के लिए टेंडर निकाला जायेगा. काम की निगरानी जिडको करेगी.आइटी पार्क का काम तेज करने का निर्देशआयडा बोर्ड ने आदित्यपुर में आइटी पार्क के विकास का काम भी तेज करने का निर्देश दिया है. यह पीपीपी मोड में बनेगा. आयडा इसके लिए पार्टनर ढूंढेगा.सिटी सेंटर को दिया क्लीयरेंसआयडा बोर्ड ने सिटी सेंटर को विकसित करने वाली कंपनी फोरम इंडिया को इंवायरन्मेंट क्लीयरेंस के लिए आवश्यक एनओसी प्रदान कर दिया. विदित हो कि कंपनी के पक्ष में कोर्ट के फैसले के बाद सिटी सेंटर का काम अब शुरू होने वाला है.हजार्डस वेस्ट प्लांट का काम शुरू होगाआदित्यपुर ऑटो कलस्टर की ओर से दुगनी में बनने वाले हजार्डस वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का काम अब शुरू हो जायेगा. आयडा बोर्ड इसकी जमीन की कीमत कम करने पर फिर से विचार करने का आग्रह राजस्व विभाग से किया है. 24.23 एकड़ जमीन की कीमत विभाग ने 56 करोड़ मांगी थी. जमीन के लेन-देन की बात विभाग आपस में कर लेगा.84 प्लॉट के लिए 206 आवेदन पड़ेभूमि आवंटन नीति लागू होने के बाद औद्योगिक क्षेत्र के 84 प्लॉट पर उद्योग लगाने के लिए आयाडा को 206 ऑन लाइन आवेदन प्राप्त हुए. उनके आवेदनों को भी डाउन लोड किया जा रहा है. सूची बनाये जाने के बाद पीसीसी की बैठक में इनका प्रोजेक्ट पारित किया जायेगा. एक प्लॉट के लिए एक से अधिक पारित प्रोजेक्ट होंगे तब उनकी बिडिंग होगी. इसमें पुराने आवेदकों को कोई प्राथमिकता नहीं दी जायेगी. एलएसी व पीसीसी से पारित हो चुके आवेदन व पैसा जमा हो चुके मामलों में जिन्हें आयडा जमीन नहीं दे सका उनके पैसे वापस कर दिये जायेंगे. फिलहाल औद्योगिक क्षेत्र के फेज एक से छह तक एक एकड़ जमीन की कीमत 19 लाख व एक एकड़ से अधिक की जमीन की कीमत 30 लाख रुपये प्रति एकड़ रखी गयी है. जबकि सातवें फेज में जमीन और महंगी है. यहां एक एकड़ तक 34 लाख व एक एकड़ से अधिक की जमीन की कीमत 60 लाख तक है.11 पदों पर होगी बहालीआयडा में कर्मचारियों की कमी व काम की अधिकता को देखते हुए 11 पदों पर अनुबंध पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित किये जायेंगे. इनमें आइइओ, लिपिक, अमीन, सीआइ व चेनमैन के पद शामिल होंगे. एलइडी के लिए निकलेगा टेंडरऔद्योगिक क्षेत्र के फेज एक से छह तक में एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए पांच करोड़ का टेंडर निकलेगा. काम तेजी से हो इसके लिए इसमें कई लोगों को मिलाकर टेंडर दिया जायेगा. स्ट्रीट लाइट के बीच की दूरी 42 मीटर से घटाकर 20 मीटर कर दी गयी है. फेज सात में 26 लाख की लागत से एलइडी स्ट्रीट लाइट लगायी जा रही है. सफाई का काम निजी एजेंसी कोआयडा ने औद्योगिक क्षेत्र की सड़कों के किनारे व ड्रेनेज की सफाई का काम निजी एजेंसी को सौंपा है. अभी फेज तीन से पांच तक के लिए 38 हजार रुपये प्रति फेज प्रति माह की दर से दो एजेंसी को काम दिया गया है. शेष क्षेत्र में दो फेज की सफाई एक एजेंसी करेगी.