जमशेदपुर/ पटमदा : पूरे िसंहभूम में फलदार वृक्ष लगाने और तालाब िनर्माण के नाम पर 52 लाख 60 हजार 645 रुपये की सरकारी रािश का गबन करने के आरोप में एनजीओ सिंहभूम ग्रामोद्योग विकास संस्थान नीमडीह (चाईबासा) के सचिव िवपिन देव िसन्हा के िखलाफ पटमदा थाने में (कांड संख्या 7/16-420/ 406) प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
आइटीडीए के परियोजना िनदेशक परमेश्वर भगत के बयान पर संस्था के सचिव के िखलाफ मामला दर्ज कराया गया है. मेसो परियोजना में फलदार पौधरोपण व तालाब निर्माण घोटाले में यह पहली प्राथमिकी है. पटमादी डीएसपी अिमत कुमार ने कहा िक मामले की जांच की जा रही है. दोिषयों के िखलाफ कार्रवाई की जायेगी.
क्या है मामला : िवशेष केंद्रीय योजना के तहत फलदार तथा इमारती पौधरोपण कार्यक्रम के तहत चाईबासा की संस्था सिंहभूम ग्रामोद्योग विकास संस्थान को पूरे िसंहभूम में काम की िजम्मेवारी दी गयी थी.
योजना के तहत 66.50 लाख रुपये का कार्य करना था. इसके एवज में संस्था को 61 लाख 48 हजार 560 रु िवमुक्त किया गया. जांच में काम का मूल्यांकन मात्र 8 लाख 87 हजार 915 रुपये आंका गया. इस तरह कुल 52 लाख 60 हजार 645 रुपये सरकारी रािश का गबन िकया गया.
जांच में अधिकारियों व संस्था की मिलीभगत की बात भी सामने आयी. अधिकारियों ने 32.05 लाख रुपये की लागत से पिट खुदाई, 23.07 लाख रुपये की लागत से 26 तालाब व 8.84 लाख रुपये की लागत से प्लांटेशन मेंटेंस, ट्रेनिंग कॉस्ट व प्रोमोशनल कॉस्ट फाइलों में दिखाया, जबकि कार्य धरातल पर नजर नहीं आया.