385 फाॅर्म जमा, 288 काे मिला कवर नंबर

जमशेदपुर : साकची हज कमेटी ने शहर के 385 हज यात्रा फार्म रांची स्थित कार्यालय में जमा करा दिया है. इसमें से 288 आजमीन- ए- हज काे सेंट्रल हज कमेटी की ओर से कवर नंबर उपलब्ध करा दिया गया है. इनसे 81 हजार रुपये की पहली किश्त जमा ली जायेगी. सभी आजमीन- ए- हज को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2016 9:05 AM
जमशेदपुर : साकची हज कमेटी ने शहर के 385 हज यात्रा फार्म रांची स्थित कार्यालय में जमा करा दिया है. इसमें से 288 आजमीन- ए- हज काे सेंट्रल हज कमेटी की ओर से कवर नंबर उपलब्ध करा दिया गया है. इनसे 81 हजार रुपये की पहली किश्त जमा ली जायेगी. सभी आजमीन- ए- हज को निर्देश दिया गया है कि वे अपना माेबाइल बंद नहीं करें. लॉटरी संबंधी प्रक्रिया क्लीयर हाेते ही हज यात्रियों काे पेयिंग स्लीप आैर मेडिकल फाॅर्म प्रदान किया जायेगा. पेयिंग स्लीप के आधार पर वे बैंक में पैसा जमा करेंगे, जबकि मेडिकल फाॅर्म डॉक्टर से प्रमाणित करवा कर जमा करायेंगे.

इस दाैरान हज यात्रियों काे पासपाेर्ट की मूल कॉपी (अभी फाेटाे कॉपी ली जा रही है) हज कमेटी के कार्यालय में जमा करानी हाेगी, जिसे वीजा के लिए सेंट्रल हज कमेटी काे भेजा जायेगा. आजमीन ए हज की यात्रा संबंधी फार्म 15 फरवरी तक भरे जायेंगे. 70 वर्षवालाें काे सीधा वीजा : सऊदी सरकार के नियमानुसार 70 साल से अधिक उम्रवाले यात्रियाें आैर कंपीनियन काे हज के लिए सीधा वीजा प्रदान किया जायेगा. सेंट्रल हज कमेटी ने उन्हें किसी तरह के काेटे के अधीन नहीं रखा है. सभी प्रदेशाें में काेटा तय किया गया है, लेकिन 70 प्लस वालाे काे किसी तरह की लॉटरी या वेटिंग का सामना नहीं करना पड़ेगा. जमशेदपुर से अब तक 14 बुजुर्ग आजमीन ए हज का पासपाेर्ट जमा हाे चुका है.

पासपाेर्ट बन रहा है मुख्य बाधक
आठ फरवरी से फार्म भरने की तिथि बढ़ाकर 15 किये जाने का असर दिखने लगा है. पासपाेर्ट नहीं रहने के कारण काफी लाेगाें के फार्म नहीं भरे जा रहे थे. मंगलवार काे 12 लाेगाें के पासपाेर्ट साकची जामा मसजिद कार्यालय पहुंचे. पासपाेर्ट बनाने के कार्य में माेहम्मद शाेयब सक्रिय हैं. इसके अलावा कंप्यूटर पर अॉन लाइन फार्म भरने के कार्य में माेहम्मद उजैफा, माेहमम्द आतिफ, शब्बीर अहमद आैर माेहम्मद आफाक हैदर लगातार सक्रिय हैं.
घर-घर जाकर फाॅर्म बांटते थे हाजी हकीम
1999 से पहले हाजी हकीम के पास हज संबंधी फार्म आते थे. वे घर-घर जाकर फाॅर्म बांटते थे. 1999-2008 तक सैयद हफीजुद्दीन, हाजी जब्बार, हाजी सलाउद्दीन अहमद, हाजी महमूद अंसारी ने साकची जामा मसजिद में कार्यालय खाेलकर इसे संचालित किया. इसके बाद 2007 से हाजी शकील अहमद, अब्दुल राफे अति, रियाज शरीफ ने हाथाें से फाॅर्म भरना शुरू किया, जाे अब अॉन लाइन भरे जा रहे हैं.
2009 से शुरू हुई रांची से उड़ान : जमशेदपुर के आजमीन ए हज पहले काेलकाता से हज के लिए उड़ान भरते थे. 2009 से रांची हवाई अड्डा से उड़ान तय हाेने के परेशानियां कम हुई. 2032 के फाॅर्म हुए जमा : रांची स्थित हज कमेटी के कार्यालय में मंगलवार काे 2032 आजमीन ए हज के फाॅर्म जमा हाे चुके हैं. इनमें साकची हज कमेटी के कार्यालय से ग्रीन कैटेगरी के 54 ग्रुप में 143 (72 पुरुष, 71 महिलाएं ), अजीजिया के 97 ग्रुप (115 पुरुष-114 महिलाएं ) अाैर सरायकेला के 5 ग्रुप में 13 (छह पुरुष आैर सात महिलाएं) आजमीन ए हज का फाॅर्म जमा हाे चुका है.

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