केबुल कंपनी : जेनरल ऑफिस गेट पर लटका ताला

जमशेदपुर: करीब 16 साल से परेशानियों से जूझ रहे इंकैब इंडस्ट्रीज (केबुल कंपनी) के मजूदर प्रबंधन की लड़ाई में पिस रहे हैं. उनके पीएफ, पेंशन, एनओसी से जुड़े मसले पर कोई काम नहीं हो रहा है. इसकी वजह यह है कि आपसी विवाद के कारण जेनरल ऑफिस में ताला बंद कर दिया गया है. केबुल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2016 7:49 AM
जमशेदपुर: करीब 16 साल से परेशानियों से जूझ रहे इंकैब इंडस्ट्रीज (केबुल कंपनी) के मजूदर प्रबंधन की लड़ाई में पिस रहे हैं. उनके पीएफ, पेंशन, एनओसी से जुड़े मसले पर कोई काम नहीं हो रहा है. इसकी वजह यह है कि आपसी विवाद के कारण जेनरल ऑफिस में ताला बंद कर दिया गया है.

केबुल कंपनी की ओर से नियुक्त कमेटी के तौर पर अब तक प्रेमसागर सिंह जेनरल ऑफिस पर कब्जा जमाये हुए थे, लेकिन अंतिम समय में आरबी सिंह ने भी दावा कर दिया कि दिल्ली हाइकोर्ट ने 3 मई 2009 की स्थिति बहाल करने को कहा है, जिस कारण उस दिन तक वे ही कंपनी के जीएम हुआ करते थे, अत: अंतरिम प्रबंधकीय कमेटी के तौर पर उनको ही जेनरल ऑफिस में इंट्री मिलनी चाहिए. इसके लिए आरबी सिंह ने पुलिस की मदद भी ली है. अब इसकी जांच चल रही है कि कौन जेनरल ऑफिस में बैठेगा. इसके बाद से रामसागर सिंह ने जेनरल ऑफिस के गेट पर ताला बंद कर दिया है.

टकराव की आशंका : कंपनी के जेनरल ऑफिस पर अधिकार को लेकर टकराव की आशंका है. दोनों गुट आपस में भिड़ने को तैयार है.
हाइकोर्ट के आदेश का तामिला करना चाहते हैं
हमलोग हाइकोर्ट के आदेश का तामिला करना चाहते हैं. हाइकोर्ट ने 3 मई 2009 की स्थिति को बहाल करने को कहा था. उस वक्त की कमेटी हमारे ही अधीन थी, अत हमें जेनरल ऑफिस में बैठना चाहिए. प्रेमसागर सिंह गलत तरीके से जेनरल ऑफिस पर कब्जा जमाने के उद्देश्य से ताला बंद कर दिये हैं.
-आरबी सिंह, कथित अंतरिम कमेटी, केबुल कंपनी

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