बोड़ाम में मनरेगा की योजना में गड़बड़ी

सरकारी राशि गबन का आरोप डीडीसी ने दिये जांच के आदेश जमशेदपुर : बोड़ाम के गौरडीह में मनरेगा योजना में तालाब निर्माण योजना में राशि की निकासी के बावजूद मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया. वहीं रूपसान गांव में एक ही योजना को नाम परिवर्तित कर दो बार स्वीकृत करा लिया गया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2016 6:23 AM

सरकारी राशि गबन का आरोप डीडीसी ने दिये जांच के आदेश

जमशेदपुर : बोड़ाम के गौरडीह में मनरेगा योजना में तालाब निर्माण योजना में राशि की निकासी के बावजूद मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया. वहीं रूपसान गांव में एक ही योजना को नाम परिवर्तित कर दो बार स्वीकृत करा लिया गया है. ग्रामीणों की शिकायत पर डीडीसी विनोद कुमार ने राष्ट्रीय नियोजन कार्यक्रम (एनइपी) की निदेशक सह बोड़ाम की वरीय प्रभारी पदाधिकारी रंजना मिश्रा को एक सप्ताह में जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.
मनरेगा मजदूरों ने डीडीसी से शिकायत की थी कि गौरडीह पंचायत के चिरूडीह ग्राम में मनरेगा से 7,88,600 की लागत से (योजना संख्या 2/2014-15) सुधीर चंद्र महतो की जमीन पर तालाब निर्माण की योजना में एक वर्ष बाद भी मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि पोस्ट अॉफिस से मजदूरी मद की राशि की
निकासी कर ली गयी है. ग्रामीणों ने शिकायत में बताया है कि रूपसान गांव में वित्तीय वर्ष 2012-13 में विजय सिंह की जमीन पर तालाब निर्माण किया गया था. उसी जमीन पर वित्तीय वर्ष 2014-15 में भगवान सिंह के नाम व जमीन दिखाकर तालाब जीर्णोद्धार की योजना (संख्या 14/ 14-15) स्वीकृत करा ली गयी है.

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