दलमा में पर्यटकों व गाड़ियों की संख्या बढ़ी, पड़ सकता है पर्यावरण पर असर

दलमा में पर्यटकों व गाड़ियों की संख्या बढ़ी, पड़ सकता है पर्यावरण पर असरवित्तीय वर्ष-पर्यटकों की संख्या-गाड़ियों की संख्या2007-2008-5066-21132008-2009-7258-35772009-2010-5555-24882010-2011-6378-29732011-2012-9051-34502012-2013-23552-76232013-2014-22312-78242014-2015-25290-79612015-2016-23229-8006जमशेदपुर : दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में पर्यटकों व गाड़ियों की संख्या बढ़ गयी है. पूरे साल भर में पर्यटक काफी ज्यादा आये है जबकि गाड़ियों की संख्या काफी अधिक रही है. इससे सीधे तौर पर पर्यावरण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2016 9:15 PM

दलमा में पर्यटकों व गाड़ियों की संख्या बढ़ी, पड़ सकता है पर्यावरण पर असरवित्तीय वर्ष-पर्यटकों की संख्या-गाड़ियों की संख्या2007-2008-5066-21132008-2009-7258-35772009-2010-5555-24882010-2011-6378-29732011-2012-9051-34502012-2013-23552-76232013-2014-22312-78242014-2015-25290-79612015-2016-23229-8006जमशेदपुर : दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में पर्यटकों व गाड़ियों की संख्या बढ़ गयी है. पूरे साल भर में पर्यटक काफी ज्यादा आये है जबकि गाड़ियों की संख्या काफी अधिक रही है. इससे सीधे तौर पर पर्यावरण को नुकसान पहुंच सकता है. इसकी संख्या को कम करने और कम से कम लोग अंदर जाये, इसके लिए कार्य योजना बनायी जा रही है. टूरिज्म को वनों से जोड़ने से पैदा हो रहे खतरे को देखते हुए नये कदम उठाये गये है ताकि कम से कम लोग आये और जानवरों को दिक्कतों का सामना करना नहीं पड़े. गाड़ियों की आवाजाही से डर जाते है जानवर-हाथीगाड़ियों की आवाजाही से जानवर व हाथी काफी डर जाते है. उनके आने जाने के लिए काफी कम जगह बचा हुआ है. कुछ इलाके में स्वर्णरेखा परियोजना का काम चल रहा है तो जंगल में वन ग्राम है, जिससे हाथियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने पर रोकगाड़ियों व पर्यटनों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसको विकसित करने पर रोक लगा दिया गया है. इसमें लक्ष्मण झूला से लेकर तमाम विकास के काम को रोका गया है क्योंकि पर्यटन के कारण जंगल को किसी तरह का नुकसान नहीं हो सकता है. ज्यादा पर्यटन से नुकसान : वन विभागज्यादा पर्यटन से काफी नुकसान होता है. इसको देखते हुए हम लोग कोशिश कर रहे है कि कम से कम आ जाये ताकि किसी तरह की दिक्कतों का सामना करना नहीं पड़े. -आरपी सिंह, क्षेत्रीय वन पदाधिकारी, वन विभाग\\\\B

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