सीएमजी पर वार्ता आरओ बेनीफिट पर सहमति के बाद
टाटा स्टील में सीएमजी की वार्ता में यूनियन ने दिया दो टूक जवाब जमशेदपुर : टाटा स्टील में सेंट्रलाइज्ड मेंटेनेंस ग्रुप (सीएमजी) को लागू करने को लेकर वार्ता जारी है. गुरुवार को भी इसको लेकर वार्ता हुई. इस वार्ता के दौरान मैनेजमेंट व यूनियन के सारे आला अधिकारी मौजूद थे. इस दौरान अधिकारियों को यूनियन […]
टाटा स्टील में सीएमजी की वार्ता में यूनियन ने दिया दो टूक जवाब
जमशेदपुर : टाटा स्टील में सेंट्रलाइज्ड मेंटेनेंस ग्रुप (सीएमजी) को लागू करने को लेकर वार्ता जारी है. गुरुवार को भी इसको लेकर वार्ता हुई. इस वार्ता के दौरान मैनेजमेंट व यूनियन के सारे आला अधिकारी मौजूद थे. इस दौरान अधिकारियों को यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नु और महामंत्री बीके डिंडा ने साफ शब्दों में कह दिया कि सीएमजी को लेकर वे लोग वार्ता तो करेंगे, लेकिन पहले रिऑर्गेनाइजेशन बेनीफिट जरुरी है.
इसका अगर बातचीत होगी, तब जाकर ही किसी तरह का फैसला लिया जा सकता है. सीएमजी को लेकर वार्ता के पहले यह बेनीफिट पर समझौता किया जायेगा. इसके बाद मैनेजमेंट ने सोचने का वक्त यूनियन से मांगा. इस मीटिंग में मैनेजमें की ओर से एचआर विभाग के चैतन्य भानु, अरविंद रंजन, संदीप धीर, यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महामंत्री बीके डिंडा, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नु समेत अन्य लोग मौजूद थे. इस दौरान तय किया गया कि इसको लेकर और कई दौर की वार्ता होगी, जिसके बाद इस पर फैसला लिया जायेगा.
टाटा स्टील में सीएमजी को लेकर करीब पांच साल से अधिक समय से लंबित है, जबकि नये सिरे से मैनपावर तय करने का भी प्रसातव दे दिया गया है. 2013 में रिऑर्गेनाइजेशन बेनीफिट (किसी भी विभाग के पुनर्रचना के बाद मिलने वाले लाभ) हुआ था. इसके बाद नये सिरे से बेनीफिट को तय करने का दबाव बनाया गया है.