दलमा में सेंदरा पर्व 16 मई को, गिरा सकम छोड़ा गया, उमा दुबेजी 30, 31, 32

दलमा में सेंदरा पर्व 16 मई काे, गिरा सकम छाेड़ा गया, उमा दुबेजी 30, 31, 32 फ्लैग ::: दलमा बुरू सेंदरा समिति ने गदड़ा में किया ऐलान-झारखंड, बंगाल, आेड़िशा के लाेगाें काे किया गया आमंत्रितउपमुख्य संवाददाता 4 जमशेदपुर दलमा बुरू सेंदरा समिति के प्रमुख दलमा राजा राकेश हेम्ब्रम ने शुक्रवार को परसुडीह स्थित अपने पैतृक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

दलमा में सेंदरा पर्व 16 मई काे, गिरा सकम छाेड़ा गया, उमा दुबेजी 30, 31, 32 फ्लैग ::: दलमा बुरू सेंदरा समिति ने गदड़ा में किया ऐलान-झारखंड, बंगाल, आेड़िशा के लाेगाें काे किया गया आमंत्रितउपमुख्य संवाददाता 4 जमशेदपुर दलमा बुरू सेंदरा समिति के प्रमुख दलमा राजा राकेश हेम्ब्रम ने शुक्रवार को परसुडीह स्थित अपने पैतृक आवास गदड़ा गांव में बारह मौजा के प्रमुख लोगों के साथ बैठक करने के बाद 16 मई का सेंदरा पर्व की तिथि घोषित कर दी है. पूजा पाठ गेरा सेकम (खुजूर का पत्ता) काे आमंत्रण के लिए छाेड़ा गया है. पर्व के लिए झारखंड समेत बंगाल व आेड़िशा के लाेगाें काे भी आमंत्रित किया गया है. दलमा बुरू सेंदरा समिति के प्रमुख सह दलमा राजा के नाम से जनजातीय समुदाय में पहचान रखने वाले राकेश हेंब्रम ने बारह मौजा के प्रतिनिधियों के साथ सेंदरा पर्व से संबंधित सारे पहलुओं पर विचार-विमर्श किया. वहां माैजूद अधिकांश लाेगाें का मत था कि सरायकेला जिले के नारनबेड़ा में सेंदरा पर्व होने के बाद दलमा में शिकार पर्व आयाेजित किया जाना चाहिए. सबकी सुनने के बाद राकेश हेंब्रम ने कहा कि 15 अप्रैल को टुपुडांग में चड़क पूजा मेला होना है. उसी मेला में दिशुवा (शिकारी) के लिए खजूर का पत्ता-गिरा सकम छोड़ा जायेगा. बैठक में डेमका सोय, संग्राम मार्डी, लाको हेंब्रम, रायमुनी हेंब्रम, कन्हाई गुइयां, साहेब हो, समेत हलुदबनी, करनडीह, नांदुप, तालसा, गदड़ा, खैरबनी, आसनबनी, खकड़ीपाड़ा, बारीगोड़ा, राहरगोड़ा, छोलागोड़ा, हरहरगुट्टू समेत कई इलाके से आदिवासी और मूलवासी शामिल हुए.

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