बागबेड़ा : नन बैंकिंग कंपनी संचालक ने ग्राहकों की मैच्यूरिटी का लाखों रुपये रोका

बागबेड़ा : नन बैंकिंग कंपनी संचालक ने ग्राहकों की मैच्यूरिटी का लाखों रुपये रोकाएजेंटों ने डीसी-एसएसपी से शिकायतवरीय संवाददाता, जमशेदपुरबागबेड़ा हरहरगुट्टू बड़ा तालाब स्थित नन बैंकिंग कंपनी के संचालक द्वारा ग्राहकों को मैच्यूरिटी का लाखों रुपये रोककर रखने का मामला प्रकाश में आया है. कुल सात एजेंटों के लगभग 60 ग्राहकों का 25 लाख रुपये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

बागबेड़ा : नन बैंकिंग कंपनी संचालक ने ग्राहकों की मैच्यूरिटी का लाखों रुपये रोकाएजेंटों ने डीसी-एसएसपी से शिकायतवरीय संवाददाता, जमशेदपुरबागबेड़ा हरहरगुट्टू बड़ा तालाब स्थित नन बैंकिंग कंपनी के संचालक द्वारा ग्राहकों को मैच्यूरिटी का लाखों रुपये रोककर रखने का मामला प्रकाश में आया है. कुल सात एजेंटों के लगभग 60 ग्राहकों का 25 लाख रुपये नन बैंकिंग कंपनी के संचालक द्वारा भुगतान नहीं किया गया. ग्राहकों का दबाव झेल रहे एजेंट घर के गहने व सामान बेचकर ग्राहकों की रकम चुका रहे हैं. एजेंटों का एक प्रतिनिधमंडल शुक्रवार को डीसी-एसएसपी व एसडीओ से मिला और एक ज्ञापन सौंपकर कंपनी के संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. एजेंट हरहरगुट्टू निवासी संतोष कुमार सिन्हा ने बताया कि वह नन बैकिंग कंपनी विश्वमित्र इंडिया परिवार के संचालक संजय श्रीवास्तव के संपर्क में आये. कंपनी के संचालक ने उन्हें ग्राहकों से रुपये जमा कराने व कलैक्शन एजेंट के रूप में नियुक्त किया. प्रतिदिन, मासिक व वार्षिक अवधि के मुताबिक वह रोजाना ग्राहकों से कलैक्शन का पैसा कंपनी में जमा करने लगे. इसके एवज में ग्राहकों को विश्वमित्र कंपनी का एक रसीद भी दी जाती थी. अचानक कंपनी ने ग्राहकों को विश्वमित्र की जगह पर ग्रामीण सेवा को-ऑपरेटिव सोसाइटी की रसीद देनी शुरू कर दी. उक्त रसीद पर ग्राहकों ने पैसा जमा करने से इंकार किया और जमा पूंजी वापस मांगने लगे. एजेंटों ने कंपनी संचालक पर दबाव बनाया तो कंपनी संचालक ने रुपये देने से इंकार कर दिया. मजबूर होकर सभी एजेंटे अपने ग्राहकों को घर व जेवर बेचकर जमा पूंजी लौटा रहे हैं.

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