फोकस कर जल संकट करें दूर
फोकस कर जल संकट करें दूर(फोटो हैरी की)ग्रामीण क्षेत्र, शहर से सटे क्षेत्रों में जल संकट के समाधान के लिए जन प्रतिनिधियों व प्रशासन के बीच हुई बैठक, जन प्रतिनिधियों से ली गयी समस्याअों की सूची, प्राथमिकता तय कर होगा समाधान———————————–बैठक के मुख्य बिंदु – कार्य योजना बनाकर खराब चापाकल की सूची पार्षद-प्रमुख से लेकर […]
फोकस कर जल संकट करें दूर(फोटो हैरी की)ग्रामीण क्षेत्र, शहर से सटे क्षेत्रों में जल संकट के समाधान के लिए जन प्रतिनिधियों व प्रशासन के बीच हुई बैठक, जन प्रतिनिधियों से ली गयी समस्याअों की सूची, प्राथमिकता तय कर होगा समाधान———————————–बैठक के मुख्य बिंदु – कार्य योजना बनाकर खराब चापाकल की सूची पार्षद-प्रमुख से लेकर प्राथमिकता के आधार पर पेयजल समस्या का समाधान किया जाये – पेयजल विभाग सभी प्रखंडों में 10 मोबाइल चापाकल मरम्मत गाड़ी चला रहा है, बहरागोड़ा, चाकुलिया, पोटका, पटमदा जैसे बड़े प्रखंड में यह संख्या दो-दो व जमशेदपुर में 4 की जायेगी.- विभाग के पास चापाकल मरम्मत के लिए मिस्त्रियों की संख्या की कमी को देखते हुए ट्रेनिंग पाये स्थानीय युवक को उपकरण देकर चापाकल मरम्मत में सेवा ली जायेगी – पेयजल विभाग की चापाकल मरम्मत गाड़ी किस-किस पंचायत में गयी अौर कितने चापाकल की मरम्मत की इसकी रिपोर्ट प्रतिदिन प्रशासन को देनी है. जिसकी क्रास जांच जनप्रतिनिधियों से करायी जायेगी- चापाकल के पाइप बदलने का टेंडर विभाग कर चुका है, जहां चापाकल का पाइप खराब है वहां पाइप बदलने काम एक सप्ताह में शुरू होगा- क्षेत्र विशेष समस्या जैसे मुसाबनी के फॉरेस्ट ब्लाक पंचायत में एक भी चापाकल नहीं है अौर पानी का भीषण जल सकंट है वहां अविलंब नया चापाकल लगाया जायेगा- पोटका के रसूनचोपा पंचायत के हेसरा गांव में फैक्ट्री द्वारा ग्रामीणों को पानी नहीं देने की शिकायत पर फैक्ट्री की लाइसेंस की जांच करने तथा ग्रामीणों को पानी दिलाने का निर्देश – बागबेड़ा, गोविंदपुर, बिरसानगर, परसुडीह में अौर टैंकर से जलापूर्ति के लिए निकायों के विशेष पदाधिकारी को कंपनियों को पत्र लिखने काे कहा गया – बागबेड़ा वृहत ग्रामीण जलापूर्ति योजना के ट्रीटमेंट प्लांट का काम बाधित करने की शिकायत उठी, मामले में एसडीअो को जांच कर समाधान निकालने का निर्देश- कई अपार्टमेंटों में वाटर हॉरवेस्टिंग सिस्टम का अनुपालन नहीं करने पर तीनों निकायों के विशेष पदाधिकारियों को कानूनी पहलू देखते हुए कड़ी कार्रवाई का निर्देश———–वरीय संवाददाता4जमशेदपुरपेयजल किल्लत से जूझ रही जनता को हर हाल में राहत पहुंचायी जायेगा. इसके लिए सर्वाधिक संकट वाले इलाकों को फोकस कर जलसंकट दूर करने का काम शुरू किया जायेगा. यह निर्णय शुक्रवार को जिला मुख्यालय सभागार में जनप्रतिनिधियों अौर प्रशासनिक पदाधिकारियों की आपात बैठक में लिया गया. बैठक में सभी प्रखंडों में चापाकल मरम्मत वाहन-टीम की संख्या बढ़ाने, चापाकलों की तत्काल मरम्मत सुनिश्चित कराने व नया चापाकल लगाने का निर्णय लिया गया. बैठक में पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि फंड की कमी नहीं है. आपदा प्रबंधन से पेयजल संकट से निबटने के लिए प्रशासन को डेढ़ करोड़ रुपये दिये गये है. पेयजल विभाग को भी सरकार व विभाग से फंड मिला है. मुख्यमंत्री ने भी जिले को जितनी राशि चाहिये उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है. इसलिए प्राथमिकता के आधार पर पहले जहां ज्यादा संकट है वहां समाधान किया जायेगा. इसके लिए प्रशासन ने प्रमुख अौर पार्षदों से खराब पड़े चापाकल व जल संकट वाले क्षेत्रों की सूची मांगी है. शनिवार को उपायुक्त पेयजल विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य योजना तैयार करेंगे. ————————-पेयजल किल्लत नहीं होने दी जायेगी : सरयू रायमानगो जलापूर्ति योजना फेज 2 का काम सुस्तबैठक में उपस्थित खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि पेयजल किल्लत नहीं होने दी जायेगी. चापाकल की मामूली मरम्मत, पाइप बदलने, नया चापाकल लगाने का काम प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा. पेयजल विभाग एवं निकाय को क्षमता बढ़ाने तथा जल संकट वाले क्षेत्र में टैंकर की संख्या, जलापूर्ति के समय बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. श्री राय ने कहा कि कंपनियों से टैंकर भीख मांगने की जरूरत नहीं है. जलसंकट का स्थायी समाधान निकालने की जरूरत है. कंपनियों को अपने विवेक से संकट वाले क्षेत्र में टैंकर से जलापूर्ति करनी चाहिए. श्री राय ने बिजली लोड शेडिंग का शिडयूल तैयार करने का निर्देश दिया. इस पर बिजली अधिकारियों ने बताया कि मानगो जलापूर्ति योजना के डेडिकेटेड फीडर का काम पूरा हो गया है अौर एक सप्ताह में वह शुरू हो जायेगा. श्री राय ने कहा कि मानगो जलापूर्ति योजना फेज 2 का काम सुस्त है. सरकार ने 35 करोड़ रुपये रिलीज कर दिया है तथा पंद्रह करोड़ रुपये विभाग को अग्रिम दे भी दिया गया, लेकिन फेज 2 के पाइप बिछाने के काम का अभी टेंडर नहीं किया गया है. कंसलटेंट ने गौड़गोड़ा समेत कुछ क्षेत्र को छोड़ दिया है. टेंडर हो जाने पर पाइप बिछाने का काम शुरू हो जायेगा. श्री राय ने कहा कि रविवार को वह पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के पदाधिकारियों व मानगो अक्षेस के पदाधिकारियों के साथ क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लेंगे. ——————–घाटशिला में नदी सूखी, जलापूर्ति ठप : विद्युतसांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल का भीषण संकट है. पानी का स्तर 350 फीट से अधिक नीचे है. घाटशिला में नदी सूख गयी है जिसके कारण जलापूर्ति ठप है अौर चांडिल डैम से पानी नहीं छोड़ा गया तो जलापूर्ति नहीं होगी. गदरा में रेल लाइन पार कर पाइप पार करने का मुद्दा उठा तथा बागबेड़ा, परसुडीह, गोविंदपुर में टैंकर की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया. बैठक में उपस्थित थेखाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय, सांसद विद्युत वरण महतो, विधायक लक्ष्मण टुडू, विधायक मेनका सरदार, विधायक रामचंद्र सहिस, जिला परिषद अध्यक्ष बुलू रानी सिंह, उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, मुख्यमंत्री सह विधायक रघुवर दास के प्रतिनिधि मिथलेश सिंह यादव, राज्य सभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार बलमुचू के प्रतिनिधि रवींद्र कुमार झा, सभी पार्षद, प्रमुख, उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल, डीडीसी विनोद कुमार, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता व पदाधिकारी तथा निकाय के विशेष पदाधिकारी.