जमशेदपुर, अजय सिंह. जिले में आये दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं. कुछ दुर्घटनाओं में वाहनों का पता चल जाता है. कई वाहन चालक हादसे के बाद फरार हो जाते हैं. पुलिस ऐसे मामलों में मामला दर्ज कर वाहनों का पता लगाने का प्रयास करती है. हकीकत यह है कि अधिकतर मामलों में अज्ञात वाहन का पता नहीं चल पाता. जमशेदपुर में अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से 18 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. पुलिस इसमें से किसी वाहन का पता नहीं लगा सकी है. पूरे राज्य की बात करें तो इस अवधि में 24 जिलों में अज्ञात वाहनों से कुल 780 सड़क दुर्घटनाएं हुईं हैं. जिसमें केवल 118 अज्ञात वाहनों को ही पुलिस खोज पायी है.
मृतक के आश्रित को नहीं मिल पाता है उचित मुआवजा
अज्ञात वाहनों का पता नहीं लगने से दुर्घटना पीड़ित अथवा उनके आश्रित को उचित मुआवजा नहीं मिल पाता है. ऐसे में मामलों में केवल सरकार के हीट एंड रन योजना के तहत मृतक के आश्रित को केवल दो लाख रुपये मिलते हैंहै. पुलिस अगर अज्ञात वाहन का पता लगा कर न्यायालय में आरोप पत्र दायर करती है तो न्यायालय मृतक के आश्रित को उसके नौकरी या रोजगार के आधार पर इंश्योरेंस कंपनी को मुआवजा देने का आदेश देती है. ऐसे में मृतक के आश्रित को 10 से 20 लाख रुपये तक की राशि मिल जाती है.
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पुलिस सभी मामलों का अनुसंधान सर्तकता से करती है. अज्ञात वाहन से दुर्घटना के मामले में पुलिस सीसीटीवी फुटेज, घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोग, सूचक के परिवार के सदस्य के माध्यम से वाहन का पता लगाने का प्रयास करती है. पुलिस के प्रयास से कई मामलों में पीड़ित पक्ष को न्याय भी मिलता है.
अनिमेष कुमार, ट्रैफिक डीएसपी, जमशेदपुर.