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गंभीर संकट वाले क्षेत्रों पर फोकस

जिला में उत्पन्न पेयजल संकट से निबटने के लिए प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों के सहयोग से कार्य योजना बनायी है. इसे उपायुक्त की अगुवाई में मूर्त रूप दिया जायेगा. जमशेदपुर : पेयजल किल्लत से जूझ रही जनता को हर हाल में राहत पहुंचायी जायेगी. इसके लिए सर्वाधिक संकट वाले इलाकों को फोकस कर जलसंकट दूर करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2016 9:34 AM
जिला में उत्पन्न पेयजल संकट से निबटने के लिए प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों के सहयोग से कार्य योजना बनायी है. इसे उपायुक्त की अगुवाई में मूर्त रूप दिया जायेगा.
जमशेदपुर : पेयजल किल्लत से जूझ रही जनता को हर हाल में राहत पहुंचायी जायेगी. इसके लिए सर्वाधिक संकट वाले इलाकों को फोकस कर जलसंकट दूर करने का काम शुरू किया जायेगा. यह निर्णय शुक्रवार को जिला मुख्यालय सभागार में जनप्रतिनिधियों अौर प्रशासनिक पदाधिकारियों की आपात बैठक में लिया गया.
बैठक में सभी प्रखंडों में चापाकल मरम्मत वाहन-टीम की संख्या बढ़ाने, चापाकलों की तत्काल मरम्मत सुनिश्चित कराने व नया चापाकल लगाने का निर्णय लिया गया. बैठक में पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि फंड की कमी नहीं है. आपदा प्रबंधन से पेयजल संकट से निबटने के लिए प्रशासन को डेढ़ करोड़ रुपये दिये गये है.
पेयजल विभाग को भी सरकार व विभाग से फंड मिला है. मुख्यमंत्री ने भी जिले को जितनी राशि चाहिए उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है. इसलिए प्राथमिकता के आधार पर पहले जहां ज्यादा संकट है वहां समाधान किया जायेगा. इसके लिए प्रशासन ने प्रमुख अौर पार्षदों से खराब पड़े चापाकल व जल संकट वाले क्षेत्रों की सूची मांगी है. शनिवार को उपायुक्त पेयजल विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य योजना तैयार करेंगे.
बैठक में उपस्थित थे
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय, सांसद विद्युत वरण महतो, विधायक लक्ष्मण टुडू, विधायक मेनका सरदार, विधायक रामचंद्र सहिस, जिला परिषद अध्यक्ष बुलू रानी सिंह, उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, मुख्यमंत्री सह विधायक रघुवर दास के प्रतिनिधि मिथलेश सिंह यादव, राज्य सभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार बलमुचू के प्रतिनिधि रवींद्र कुमार झा, सभी पार्षद, प्रमुख, उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल, डीडीसी विनोद कुमार, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता व पदाधिकारी तथा निकाय के विशेष पदाधिकारी.

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